दिल्ली : अब तक धधक रही ओखला के केमिकल फैक्ट्री में लगी आग, बुझाने का काम जारी
दिल्ली के ओखला स्थित केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग गई है। आग लगते ही वहां अफरातफरी मच गई। लोगों की सूचना पर पहुंची दमकल आग बुझाने में लगी है।
दिल्ली, जेएनएन। ओखला फेज-1 में कार की स्प्रे पॉलिश बनाने की फैक्ट्री में बुधवार सुबह पौने दस बजे आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और ऊपर-नीचे व दूसरे प्लाट में बने कई गोदामों को चपेट में ले लिया। दिल्ली के सभी फायर स्टेशन से 35 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां आग बुझाने के लिए बुलाई गई। आठ घंटे की मशक्कत के बाद भी उस पर काबू नहीं पाया जा सका।
देर रात तक आग बुझाने का काम जारी रहा। इससे करोड़ों के नुकसान का अंदेशा है। बी-97, कालकाजी में रहने वाले विजयपाल के ओखला फेज-1 औद्योगिक क्षेत्र में सी-176 व 177 दो प्लाट हैं। दोनों प्लाट उन्होंने कंपनी व गोदाम के लिए किराये पर दे रखे हैं। प्लाट संख्या सी-177 में ग्राउंड फ्लोर पर अंजलि केमिकल इंडिया लिमिटेड के नाम से दिवाकर स्प्रे पॉलिश बनाने की फैक्ट्री चलाते हैं।
बेसमेंट में एमआर थापर का गोदाम है व पहले और दूसरे तल पर इलेक्ट्रॉनिक्स के गोदाम हैं। प्लाट संख्या 176 में बेसमेंट, भूतल, प्रथम व दूसरे तल पर भी गोदाम हैं। मंगलवार सुबह करीब पौने दस बजे दिवाकर की फैक्ट्री में आग लगी। उस समय वहां 30-40 मजदूर काम कर रहे थे। सभी तुरंत बाहर आए और दमकल विभाग को सूचना दी गई। देखते ही देखते आग ने दोनों प्लाट में बने गोदामों को चपेट में ले लिया।
आसमान में धुएं का गुबार छा गया। आग काबू में न होने की खबर मिलने पर दमकल विभाग के व पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। दिल्ली के सभी फायर स्टेशनों से दमकल की गाड़ियां बुलाई गई। देर रात तक आग बुझाने का काम जारी रहा। डिप्टी चीफ फायर अफसर सुनील चौधरी ने बताया कि 35 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां आ चुकी हैं। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। करोड़ों के नुकसान का अनुमान है। पुलिस ने प्लाट के मालिक विजयपाल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। फैक्ट्री मालिक दिवाकर की तलाश की जा रही है।
धमाके के साथ फटी स्प्रे की बोतलें स्प्रे पॉलिश की बोतलें बुधवार दोपहर धमाके के साथ फटीं। बोतलें 50-60 फीट ऊपर उड़कर जमीन पर गिर रहीं थीं। इसके चलते आसपास के लोग घबरा गए। बोतलों से कोई चोटिल न हो, इसके लिए पुलिस ने कंपनी के आसपास की दुकानें बंद कराने के साथ फैक्ट्री के चारों तरफ से गुजरने वाले रास्ते को भी ब्लाक कर दिया। देर रात तक आम लोगों को इस रास्ते से आने-जाने नहीं दिया गया।