खूबसूरत Actress ने ब्वॉयफ्रेंड से शादी के लिए लिया पिता का सहारा, होटल में रचा मर्डर प्लान
मॉडल एंजेल गुप्ता ने प्रेमी मंजीत की पत्नी सुनीता की हत्या कराने के लिए अपने मुंह बोले पिता राजीव का साथ लिया था। फिर पिता ने हत्या की पूरी साजिश रची।
नई दिल्ली/मेरठ, जेएनएन। Actress-मॉडल एंजेल गुप्ता ने अपने प्रेमी मंजीत की पत्नी सुनीता की हत्या कराने के लिए अपने मुंह बोले पिता राजीव का साथ लिया था। इसके तहत राजीव हत्या से एक माह पहले मेरठ में आया और बेगमपुल स्थित एक होटल में उसने शूटर धर्मेंद्र, शहजाद और जॉनी से मुलाकात की। इसी होटल में सुनीता की हत्या की पटकथा रची गई। शूटरों में से धर्मेंद्र एक हत्या के मुकदमे में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया है। बाकी दोनों शूटर अभी जेल जाने की फिराक में हैं।
उधर, दिल्ली पुलिस भी शूटरों की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कंकरखेड़ा के पठानपुरा निवासी शहजाद और जॉनी व मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना निवासी धर्मेंद्र की पहली मुलाकात अक्टूबर माह के पहले सप्ताह में हुई। जब धर्मेंद्र को पता चला कि राजीव के पास अच्छा पैसा है और उसकी बेटी मॉडल है तो उसने तय सौदे की रकम एडवांस मांगा, लेकिन राजीव पूरा रकम देने को तैयार नहीं था।
इसके बाद दूसरी बार 15 अक्टूबर के बाद राजीव और मेरठ के गांव नानू का रहने वाला उसका चालक दीपक बेगमपुल स्थित उसी होटल में आए। बातचीत पूरी तरह से तय होने के बाद शूटरों को सुनीता का फोटो भी दिया गया। आरोपितों को बताया गया कि सुनीता बवाना में स्थित एक होटल में पार्टी में जाएगी। उसी दिन हत्या करना ठीक होगा, लेकिन वह उस दिन हत्या नहीं कर सके। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि धर्मेंद्र जमानत तुड़वाकर जेल चला गया है।
गिरफ्तार आरोपितों ने दोनों हमलावरों के साथ वारदात से 15 दिन पूर्व की थी रेकीबवाना इलाके में महिला शिक्षक सुनीता की हत्या को अंजाम देने से 15 दिन पूर्व आरोपितों ने रेकी की थी। रेकी के दौरान मृतक के पति मंजीत के साथ उसकी प्रेमिका मॉडल अभिनेत्री एंजेल गुप्ता उर्फ शशि प्रभा, मॉडल का मुंह बोला पिता राजीव गुप्ता के साथ एंजेल का ममेरा भाई दीपक के अलावा दो हमलावर भी थे। दीपक पिछले दस सालों से राजीव गुप्ता का कार चालक है।
एसीपी सौरभ चंद्रा की टीम ने शुक्रवार को उसे भी उसके मेरठ स्थित नानू धौली पियाऊं गांव से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में मॉडल एजेंल, राजीव गुप्ता व मंजीत को पुलिस ने बृहस्पतिवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। दीपक ने ही अपने पड़ोसी गांव के एक जानकार के माध्यम से दोनों हमलावरों से संपर्क किया था। दोनों हमलावर भी मेरठ इलाके के हैं। ऐसे में पुलिस को अब मामले में दोनों हमलावरों व मध्यस्थ की तलाश है। तीनों पुलिस की दबिश के चलते उत्तर प्रदेश में लगातार ठिकाने बदल रहे हैं। फिलहाल पुलिस मंजीत व राजीव गुप्ता को तीन दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है, जबकि रोहिणी कोर्ट में पेशी के बाद एंजेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने वारदात से 15 दिन पूर्व बवाना जाकर शिक्षिका सुनीता के घर से स्कूल के लिए निकलने व वापस आने का समय, स्कूल जाने के लिए किए जाने वाले रास्ते का इस्तेमाल आदि के बारे में जानकारी जुटाई थी। इस दौरान भाड़े के दोनों हत्यारे भी कार में साथ थे। उस दिन हमलावरों ने एंजेल को सुनीता मानकर वारदात की पूरी रिहर्सल की थी। इसके लिए एंजेल से स्कूटी भी चलवाई गई थी। चूंकि सुबह के समय सड़क पर आवाजाही कम रहती है, ऐसे में उन्होंने स्कूल जाने के लिए घर से निकलते ही सुनीता की हत्या की फुलप्रूफ योजना तैयार की थी। इसके बाद दरियापुर पुलिस चौकी के पास पहले से इंतजार कर रहे बाइक सवार दोनों हमलावरों ने 29 अक्टूबर की सुबह सुनीता की गोली मार हत्या कर दी थी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार वारदात के दौरान मंजीत, राजीव गुप्ता व दीपक आदि बवाना इलाके में ही मौजूद थे। उनकी मोबाइल लोकेशन भी घटना स्थल के आसपास ही मिली थी। शुरुआती जांच में मोबाइल लोकेशन के आधार पर मॉडल एंजेल के भी वहां होने की जानकारी मिली थी, लेकिन वह उस वक्त वहां नहीं थी। एंजेल एक ही मोबाइल फोन इस्तेमाल करती थी, जिसे राजीव गुप्ता अपने साथ लेकर आ गया था। ऐसे में मोबाइल फोन के आधार पर उसकी लोकेशन भी बवाना इलाके में मिली थी। वारदात के दिन सुनीता के घर से निकलने की जानकारी मंजीत ने ही हमलावरों को दी थी।