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FCI के गोदामों पर किसान कैसे बेचें अपना गेहूं, दिनभर करते इंतजार, अधिकारी होते नहीं जानकारी मिलती नहीं

नरेला स्थित फूड कारपोरेशन आफ इंडिया (एफसीआइ) की गोदाम पर दिनभर ताला लटकता रहा। वहीं किसान पूरे दिन बाहर गेहूं लिए खड़े रहे। यही नहीं अधिकारी मौजूद नहीं होने की वजह से किसानों को सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही थी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 04:46 PM (IST)
यही नहीं अधिकारी मौजूद नहीं होने की वजह से किसानों को सही जानकारी भी नहीं मिल पाती है।

नई दिल्ली, [सोनू राणा]। नरेला स्थित फूड कारपोरेशन आफ इंडिया (एफसीआइ) की गोदाम पर दिनभर ताला लटकता रहा। वहीं, किसान पूरे दिन बाहर गेहूं लिए खड़े रहे। यही नहीं अधिकारी मौजूद नहीं होने की वजह से किसानों को सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही थी। वहीं, जिन किसानों का गेहूं बुधवार को गोदाम के अंदर चला गया था। उन्हें भी शाम को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।

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मंगलवार को भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सहरावत के दबाव के कारण गेहूं की खरीद की गई थी, जबकि बुधवार को अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी समिति के संयोजक बिजेंद्र कोटला व अन्य किसान नेताओं के एफसीआइ गेट बंद करने की चेतावनी के बाद खरीद हुई थी। गुरुवार को भी कई किसान नेता एफसीआइ गोदाम में पहुंचे, लेकिन अधिकारी गायब मिले।

उधर कृषि कानूनों पर दिल्ली के किसानों का समर्थन हासिल करने के बाद अब भाजपा गेहूं की खरीद को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर रही है। सरकार से वादे के मुताबिक 2612 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदने और सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को भाजपा नेताओं ने किसानों के साथ मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसानों को जमीन की गिरदावरी नहीं दी जा रही है। साथ ही दिल्ली में खेती करने वालों को किसान का दर्जा नहीं होने से उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। मांगें नहीं माने जाने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी अन्य नेताओं के साथ 12 अप्रैल को दिल्ली सरकार के कृषि मंत्री गोपाल राय के आवास के बाहर धरना देंगे।

बृहस्पतिवार दोपहर भाजपा किसान मोर्चा के नेता व कार्यकर्ता अन्य किसानों के साथ चंदगी राम अखाड़े से नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास की तरफ बढ़ने लगे। पुलिस द्वारा लगाए गए एक बैरिकेड को भी उन्होंने तोड़ दिया, लेकिन दूसरे बैरिकेड से आगे नहीं बढ़ सके। इससे पहले भाजपा नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार किसान विरोधी है। किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए। सरकार अपने वादे के अनुसार किसानों से गेहूं खरीदे या फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व मंत्री गोपाल राय किसानों से माफी मांगें। प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में किसानों को पराली जलाने के नाम पर 50 हजार रुपये तक के नोटिस जारी किए जा रहे हैं।


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