सफाई कर्मी की मौत के वायरल फोटो से जमा हुए 57 लाख रुपये, बंटवारे पर विवाद
सफाईकर्मी की मौत के बाद सोशल मीडिया पर शव के साथ बेटे की रोती हुई वायरल फोटो की मदद से NGO ने जमा किए 57 लाख रुपये। बहन ने ये कह विवाद खड़ा कर दिया है कि अनिल की कभी शादी नहीं थी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के द्वारका एरिया में 14 सितंबर को सीवर की सफाई के दौरान हुई 27 वर्षीय अनिल की मौत के बाद एनजीओ उदय फाउंडेशन द्वारा परिवार की मदद के लिए जुटाए गए 57 लाख रुपयों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
एनजीओ द्वारा जुटाए गए रुपयों को लेकर अब अनिल की बहन गीता ने बयान जारी किया है। गीता का कहना है कि उसके भाई अनिल ने कभी शादी नहीं की थी। गीता के अनुसार, जो औरत उसे अपना पति और उसके बच्चे का पिता बता रही है, वह उनकी मौसी है। उनके दो और बच्चे भी हैं। गीता के अनुसार उसके मौसा मुंबई में रहते हैं। अनिल करीब तीन साल से मौसी के साथ लिन-इन रिलेशनशिप में रह रहा था। दोनों ने शादी नहीं की थी। हालांकि, अनिल उनकी मौसी के बच्चों को अपने बच्चों की तरह ही पाल रहा था।
गीते के अनुसार एनजीओ ने जो सहायता ऱाशि एकत्र की है, वह उसे मौसी के साथ साझा करने को तैयार है। गीता ने बताया कि उसके भाई अनिल और मौसी का एक बेटा था, जो करीब चार माह पहले निमोनिया से मर चुका है। पूरे विवाद पर एनजीओ के संस्थापक सदस्य यशवंत देशमुख ने कहा कि हम इस पूरे घटनाक्रम से बहुत दुखी हैं।अनिल ने बच्चों को गोद ले लिया था और वही उनका पालन-पोषण कर रहा था। बच्चे काफी संवेदनशील स्थिति में हैं। इसलिए हम सोशल मीडिया अभियान से जुटाई गई रकम के बंदवारे को लेकर जल्द सामूहिक निर्णय लेंगे।
सीवर में गिरने से हुई थी मौत
अनिल की मौत 14 सितंबर को सीवर की सफाई के दौरान उसमें गिरने से हो गई थी। सीवर की सफाई के दौरान उसके कमर से बंधी रस्सी खुल गई थी। इस वजह से अनिल करीब 20 फुट गहरे सीवर में गिर गया था। इस वजह से उसकी मौत हो गई थी।
वायरल फोटो से जमा हुए 57 लाख रुपये
अनिल की मौत के बाद सोशल मीडिया पर एक फोटो खूब वायरल हुई। इस फोटो में श्मशान घाट पर एक बच्चा अनिल के शव के पास खड़ा रोता हुआ दिख रहा था। वह अनिल के साथ लिवइन में रहने वाली उसकी मौसी का पहले पति से बेटा है। हालांकि, अनिल उसे अपने बेटे की तरह ही पाल रहा था। शव के पास खड़ा वह बच्चा बार-बार मृत अनिल के गालों को सहलाकर पापा-पापा कहकर रो रहा था। इस फोटो को एक मीडियाकर्मी ने कैद कर लिया था। इसके बाद ये फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। अनिल का ये कथित परिवार काफी दयनीय स्थिति में है। उसकी मौत के बाद लिव इन में रहने वाली उसकी मौसी ने खुद को पत्नी बताते हुए कहा था कि वही अकेला परिवार में कमाने वाला था। वायरल फोटो पर संज्ञान लेकर ही एनजीओ उदय फाउंडेशन ने उसे परिवार की आर्थिक मदद करने का निर्णय लिया। एनजीओ ने इसके लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाया और करीब एक सप्ताह में ही 57 लाख रुपये जमा कर लिए।