नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। आनलाइन ठगी करने वालों से बिजली उपभोक्ताओं व बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) की परेशानी बढ़ गई है। बिजली बिल का भुगतान न होने, बिजली कनेक्शन काटने, बिजली कनेक्शन, बिजली वितरण कंपनियों के नाम पर फर्जी एप बनाकर उसे डाउन लोड करने से संबंधित संदेश, फोन काल व वेबसाइट और एप का लिंक भेजे जाने की शिकायतें बढ़ रही हैं। कई उपभोक्ताओं को बिजली से संबंधित मामलों के निपटारे के लिए व्यक्तिगत रूप से मिलने के भी व्यक्तिगत संदेश भेजे जा रहे हैं।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) ने उपभोक्ताओं से इस तरह की साइबर ठगी से सावधान रहने को कहा गया है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी कभी भी अपने ग्राहकों से किसी अनजान नंबर पर काल करने या थर्ड पार्टी एप डाउनलोड करने के लिए नहीं कहती है। कई नंबर से उपभोक्ताओं को एसमएमस भेजे जा रहे हैं जिसकी शिकायत पुलिस से की गई है।
उनका कहना है कि एसएमएस में गलत वर्तनी या व्याकरण की अशुद्धि, उसमें संदिग्ध लिंक होने, भुगतान या खाते की जानकारी मांगे जाने पर उपभोक्ता को सचेत हो जाना चाहिए। इस तरह का एसएमएस फर्जी हो सकता है। संदिग्ध लगने पर उपभोक्ताओं को कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या टोल फ्री नंबर पर जांच करनी चाहिए। एसएमएस पर दिए गए लिंक को न तो ओपन करना चाहिए और न किसी तरह का भुगतान करना चाहिए। इसकी शिकायत तुरंत पुलिस या बिजली वितरण कंपनी को करनी चाहिए जिससे कि आनलाइन ठगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो सके।
इंटरनेट मीडिया, कस्टमर केयर सेंटर और व्यक्तिगत रूप से ग्राहकों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर सीधे एसएमएस भेजकर इस तरह की आनलाइन ठगी को लेकर उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ मिलकर भी जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।