BJP सरकार को पोल खोलेगे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अपनाएंगे यह तरीका
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार ने दाल खरीद घोटाला किया है, इसलिए दाल रोटी योजना बंद कर दी गई है।
नई दिल्ली (बिजेंद्र बंसल)। हरियाणा में कांग्रेस की सियासत जल्द ही बदली-बदली नजर आएगी। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए हाईकमान पर दबाव बना रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा अगले साल जनवरी के दूसरे सप्ताह में रथ पर सवार दिखाई देंगे। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जनवरी की कड़ाके की ठंड वाले मौसम में पूरे प्रदेश में रथयात्राएं निकालने का ऐलान किया है।
इस रथयात्रा के जरिए वह न केवल पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे, बल्कि अपनी टीम को भी एकजुट करते हुए उसमें जोश भरेंगे। इससे पहले वह करनाल में एक बड़ी रैली भी करेंगे।
पूर्व सीएम की इस रथयात्रा के ऐलान को कांग्रेस हाईकमान पर दबाव के रूप में भी देखा जा रहा है। पंजाब में जिस तरह से कैप्टन अमरिंदर सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद की बागडोर सौंपी गई थी, उसी तर्ज पर हुड्डा खेमे के विधायक भी हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा को प्रधान पद की कमान सौंपने का दबाव लगातार बनाए हुए हैं।
वहीं, दूसरी तरफ मौजूदा अध्यक्ष अशोक तंवर और हुड्डा विरोधी खेमा अपनी गोटियां फिट करने में जुटा हुआ है।ऐसे में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ताजपोशी के बाद हुड्डा व तंवर खेमों की यह लड़ाई अधिक तेज होने के आसार हैं।
साल के शुरू में निकाली जाने वाली पूर्व सीएम की रथयात्रा के जहां राजनीतिक मायने काफी अहम हैं, वही पार्टी के भीतर भी सर्दी के मौसम में राजनीति का मिजाज गरमाहट भरा रहने वाला है।
यह रथयात्रा जहां सियासतदानों के लिए चुनौती बनेगी, वहीं पार्टी के भीतर भी इस बात को लेकर सुगबुगाहट तेज होगी कि क्या आने वाले समय में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बाद प्रदेश नेतृत्व में भी कोई बदलाव होगा। इस बात को लेकर सत्ताधारी भाजपा और इनेलो से ज्यादा हुड्डा विरोधी कांग्रेस खेमे में हलचल ज्यादा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रघुबीर सिंह कादियान पहले ही कह चुके हैं कि हरियाणा में यदि नेतृत्व परिवर्तन पंजाब की तर्ज पर होता है तो आने वाले चुनावों में कांग्रेस को 70 से अधिक सीटें मिलेंगी।
नई दिल्ली में हुड्डा ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में अपनी जनवरी में रथयात्रा की जानकारी दी है। उनका कहना है कि सरकार ने दाल खरीद घोटाला किया है, इसलिए दाल रोटी योजना बंद कर दी गई है।
दाल खरीद घोटाले अलावा माइनिंग घोटाला भी किया है। इस सरकार का हाजमा बड़ा है। यह सरकार पत्थर, दाल हजम कर गई और अब तेल पीने की तैयारी कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विदेश यात्रा पर हमलावर होने से भी नहीं रुके। उन्होंने कहा कि निवेश का उद्देश्य अच्छा है मगर दुबई सैर करने के लिए अच्छी जगह है।
मनोहर लाल पहले भी कई देशों में गए हैं। उन्हें बताना चाहिए कि आज तक कितना निवेश आया है। सरकार की तरफ से कहा गया कि छह लाख करोड़ का निवेश होगा, लेकिन आरटीआइ से जानकारी मिली है कि अब तक छह हजार करोड़ का ही निवेश आया है।
उन्होंने कहा कि अगले साल शुरू होने वाली रथयात्रा के जरिए पूरे प्रदेश के लोगों तथा गांवों तक जाकर सरकार की पोल खोली जाएगी।