तिहाड़ में भी सुकेश पर नहीं लग पा रही रोक, अस्पताल के कर्मचारियों को साथ लेकर कर रहा संदेश आदान-प्रदान का काम
सुकेश व बाहर मौजूद व्यक्ति को एक दूसरे का संदेश पहुंचाता था। इसके पहले भी उसने यह कार्य किया है। पहले भी जेल अस्पताल के कर्मी पर कैदी को अवैध तरीके से मदद पहुंचाने का आरोप लगा है जिस कर्मी पर आरोप लगा था वह भी अनुबंध पर था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ठगी के आरोप में तिहाड़ जेल संख्या तीन में बंद सुकेश चंद्रशेखर पर जेल प्रशासन की निगरानी बेअसर साबित हो रही है। जेल अधिकारियों और कर्मचारियों पर मिलीभगत के आरोप लगने के बाद सख्ती हुई तो अब वह जेल अस्पताल के कर्मचारियों को निशाना बनाने लगा है। एक अस्पताल कर्मचारी के माध्यम से वह कुछ दस्तावेज जेल के बाहर भेज रहा था। पकड़ में आने के बाद आरोपित अस्पतालकर्मी को नौकरी से हटा दिया गया है। अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
ताजा मामले में उसने जेल अस्पताल में अनुबंध पर कार्यरत एक कर्मचारी को कुछ दस्तावेज सौंपे। दस्तावेज लेकर जब आरोपित जेल परिसर से बाहर निकल रहा था, तब सुरक्षाकर्मियों ने इस बाबत पूछताछ की तो पता चला कि यह व्यक्ति सुकेश व जेल के बाहर मौजूद उसके किसी जानकार के बीच संवाद का आदान प्रदान करता है। मामला संज्ञान में आने के बाद आरोपित की नौकरी से निकाल दिया गया है। मामले की जांच जेल प्रशासन व पुलिस दोनों कर रही है।
सूत्रों का कहना है कि आरोपित को पुलिस गिरफ्तार भी कर सकती है। जेल सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपित गोलमोल उत्तर दे रहा था। इसके बाद अधिकारियों ने जेल परिसर में सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने शुरू किए तो उसने सच्चाई बयां कर दी। उसने बताया कि वह सुकेश व बाहर मौजूद व्यक्ति को एक दूसरे का संदेश पहुंचाता था। इसके पहले भी उसने यह कार्य किया है। इसके पहले भी जेल अस्पताल के कर्मी पर कैदी को अवैध तरीके से मदद पहुंचाने का आरोप लगा है, जिस कर्मी पर आरोप लगा था, वह भी अनुबंध पर ही रखा गया था। उसे भी नौकरी से हटा दिया गया था।
इससे पहले भी सुकेश की तिहाड़ जेल से ठगी करने का मामला सामने आ चुका है। जेल में बंद होने के बावजूद वो यहीं के कर्मचारियों व अन्य स्टाफ को अपने साथ मिलाकर काम कर रहा है।