अपने जाबांज साथियों को खोकर भी दिल्ली पुलिस के सिपाही करते रहे लोगों की सेवा, पहुंचाते रहे हर तरह की मदद
संक्रमण चरम पर पहुंचने के दौरान दूसरी लहर में भी दिल्ली पुलिस ने न सिर्फ शानदार काम किया बल्कि आक्सीजन दवा व अन्य सामान जरूरतमंदों तक पहुंचाकर अपना फर्ज बखूबी निभाया। यही नहीं दूसरी लहर में विभाग की तरफ से पुलिसकर्मियों के परिवार को आर्थिक सुरक्षा भी मुहैया कराई गई
नई दिल्ली, [राकेश कुमार सिंह] दूसरी लहर में राजधानी की एक बड़ी आबादी न सिर्फ संक्रमित हुई, बल्कि तमाम परिवारों ने आक्सीजन और इलाज के अभाव में जान भी गंवा दी। संक्रमण चरम पर पहुंचने के दौरान दूसरी लहर में भी दिल्ली पुलिस ने न सिर्फ शानदार काम किया, बल्कि आक्सीजन, दवा व अन्य सामान जरूरतमंदों तक पहुंचाकर अपना फर्ज बखूबी निभाया। यही नहीं, दूसरी लहर में विभाग की तरफ से पुलिसकर्मियों के परिवार को आर्थिक सुरक्षा भी मुहैया कराई गई, जिसके बाद जवानों ने दोगुने उत्साह के साथ लोगों तक मदद पहुंचाई।
यह अलग बात है कि इन सबके बीच करीब 14 हजार पुलिस कर्मी संक्रमित हो गए। इसमें कई पुलिसकर्मियों की जान भी चली गई। कर्तव्य के निर्वहन में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की जान चली गईं। पहली बार पुलिस लोगों का दिल व विश्वास जीतने में कामयाब रही, जिससे दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस बन गई। कोरोना काल में पुलिस के कार्यो की लोगों ने खूब सराहना की। हालांकि, इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी अपने कई जांबाज जवानों को खोया है। इनके परिवार को पुलिस महकमे की तरफ से मदद पहुंचाई जा रही है। चिन्मय बिस्वाल, डीसीपी, पुलिस प्रवक्ता
महामारी के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली पुलिस सभी के साथ है, पुलिसकर्मी जरूरतमंदों तक हर तरह की मदद पहुंचा रहे हैं। इसलिए फ्रंटलाइन कार्यकर्ता के रूप में पुलिस की भूमिका चिकित्सा कर्मियों से कम नहीं है। इस बार वायरस पिछले साल की अपेक्षा अधिक घातक है, इसलिए सभी को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
एसएन श्रीवास्तव, पुलिस आयुक्त
जवानों को संक्रमण से बचाने के लिए यह उठाए गए कदम
= डीसीपी स्तर के अधिकारी संक्रमित पुलिसकर्मियों की निगरानी कर रहे
= संक्रमित कर्मियों को इलाज, बेड व दवा मुहैया कराई गई
= पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव लगातार संक्रमित पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट लेते हैं
= पुलिस कर्मी स्वस्थ रहें, इसके लिए योग केंद्रों को शुरू कराया
= कोरोना नियमों के पालन के लिए समय-समय पर निर्देश जारी किए गए
= पुलिस कर्मियों के लिए तीन आइसोलेशन सेंटर भी खोले गए।
= अस्पतालों में बेड आरक्षित कराए गए ताकि जरूरत पड़ने पर जल्द इलाज मिल सके
महकमें में संक्रमण की स्थिति 14,000 पुलिस कर्मी संक्रमित हुए
13,506 ठीक हुए
184 का इलाज चल रहा है
77 की मौत हो चुकी है
32 जवानों की पहली लहर में जान गई
45 जवानों की दूसरी लहर में जान गई
आर्थिक मदद के लिए एक्सिस बैंक से किया करार
कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार को आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए भी दिल्ली पुलिस ने बेहतर प्रयास किया। इसे लेकर पुलिस आयुक्त ने बैंक अधिकारियों के साथ कई बैठकें करने के बाद बीमे को लेकर करार किया। इससे अब न सिर्फ कोरोना से जान गंवाने वाले, बल्कि हादसे के शिकार पुलिसकर्मियों के परिवार को 78 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद मिल रही है। इस व्यवस्था को 26 जनवरी को लागू किया गया था। पुलिसकर्मियों को अब तक 15 लाख रुपये ही दुर्घटना बीमा के तहत मिलता था।
एक्सिस बैंक से करार के बाद ये मिल रहा लाभ
- 28 लाख रुपये बीमारी से निधन पर परिवार को मिलेंगे
- 78 लाख रुपये दुर्घटना में जान जाने पर मिलेंगे
- 78 लाख रुपये हादसे में पूर्ण रूप से अपंग होने पर मिलेंगे
- 58.5 लाख रुपये आंशिक रूप से अपंग होने पर मिलेंगे
- 16 लाख रुपये पुलिसकर्मी की मौत या फिर अपंग होने पर उसके 12 से 22 साल तक के बच्चों की पढ़ाई के लिए दिया जाएगा