Encounter In Delhi: पुलिस-गैंगस्टर के बीच एनकाउंटर, नासिर गिरोह के दो शूटर गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक दो गैंगस्टर्स सलमान उर्फ मुन्ना (24) और नाजिम (23) और पुलिस के बीच शुक्रवार सुबह पुस्ता रोड पर काली मंदिर के पास एनकाउंटर हुआ।
नई दिल्ली, जेएनएन। यमुनापार के गैंगस्टर नासिर गिरोह के शूटरों और पुलिस की स्पेशल सेल के बीच शुक्रवार की सुबह तड़के पुस्ता रोड मुखमैलपुर में मुठभेड़ हो गई। इस बीच एक बदमाश के पैर में गोली लगने के बाद पुलिस ने घायल बदमाश सहित दोनों को दबोच लिया। मुठभेड़ में दोनों तरफ से 14 राउंड गोलियां चलाई गई। दोनों बदमाशों की योजना विरोधी गिरोह इरफान उर्फ छेनू के गुर्गे की हत्या करने की थी।
पुलिस का दावा है कि उत्तर-पूर्वी जिले में हुई हत्या की कई वारदातों में यह दोनों शामिल थे। डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक गिरफ्तार किए गए बदमाश सीलमपुर निवासी सगे भाई सलमान उर्फ मुन्ना (24) व नाजिम (23) हैं। इनमें सलमान पर दिल्ली पुलिस की तरफ से एक लाख व नाजिम पर 50 हजार रुपये का इनाम था। इनके पास से प्वाइंट 32 बोर की दो पिस्टल व पांच कारतूस मिले हैं।
दिल्ली -एनसीआर के कुख्यात बदमाशों की धर पकड़ के लिए स्पेशल सेल की दक्षिणी रेंज की टीम लगातार अभियान चलाती रही है। एसीपी अतर सिंह और इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम दो महीने से दिल्ली, राजस्थान व उत्तर प्रदेश में दोनों मोस्ट वांटेड बदमाशों की तलाश कर रही थी। छह जून की देर रात सेल की टीम को सूचना मिली कि यह दोनों शूटर पुस्ता रोड मुखमैलपुर किसी साथी से मिलने जा रहे हैं। उनकी योजना विरोधी गिरोह के सरगना छेनू के गुर्गे की हत्या करने की है।
इसके बाद टीम ने शुक्रवार तड़के चार बजे मुखमैलपुर में टी प्वाइंट के पास अपाचे बाइक सवार दोनों शूटरों की घेराबंदी कर ली। पुलिस को देखते ही दोनों ने फाय¨रग शुरू कर दी। एक गोली हवलदार अनिल चड्ढा के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी, इससे वे बाल-बाल बच गए। पुलिस की जवाबी फायरिंग में सलमान के दाहिने पैर में गोली लगी। इससे वह घायल हो गया। इसके बाद दोनों को पुलिस ने दबोच लिया। मुठभेड़ में बदमाशों की तरफ 8 और पुलिस की तरफ से 6 राउंड गोलियां चलीं।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि एक अप्रैल को न्यू उस्मानपुर में उन्होंने हकीमुद्दीन को आठ गालियां मारकर मौत के घाट उतार दिया था। घटना के समय वह अपने बेटे के साथ घर जा रहा था। हकीमुद्दीन कुख्यात छेनू गिरोह के सदस्य रेहान उर्फ गुल्लू का भाई था। पांच जून को दोनों ने फिर साथियों के साथ मिलकर कृष्णा नगर, कांती नगर में 28 वर्षीय सरफराज की हत्या कर दी थी। सरफराज की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह छेनू के गुर्गे रेहान को आर्थिक मदद के अलावा छिपने आदि में मदद करता था।
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