दिल्ली में जल्द ही हिंदी में भी दर्ज करवा सकेंगे ऑनलाइन FIR, हजारों लोगों को मिलेगी राहत
राजधानी दिल्ली में बहुत जल्द भारतीय भाषा आंदोलन की जद्दोजहद के चलते मातृ भाषा हिंदी में भी ई-एफआइआर हो सकेगी। इसके साथ ही यातायात चालान भी हिंदी में भरे जा सकेंगे। इसके संकेत गृह मंत्रालय ने दिए हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में बहुत जल्द भारतीय भाषा आंदोलन की जद्दोजहद के चलते मातृ भाषा हिंदी में भी ई-एफआइआर हो सकेगी। इसके साथ ही यातायात चालान भी हिंदी में भरे जा सकेंगे। इसके संकेत गृह मंत्रालय ने दिए हैं। अभी केवल अंग्रेजी भाषा में दोनों चीजें होने पर लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कम शिक्षित लोग, चोरी व झपटमारी की आनलाइन एफआइआर तक दर्ज नहीं करवा पा रहे थे।
अधिवक्ता व भारतीय भाषा आंदोलन के प्रांत महामंत्री नितिन निचोडि़या ने बताया कि दिल्ली पुलिस छोटी मोटी चोरी और झपटमारी की शिकायत पर थाने में मुकदमा दर्ज नहीं करती है, लोगों को खुद ही दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर जाकर आनलाइन ई-एफआइआर करनी होती है।
वेबसाइट पर की जाने वाली आनलाइन ई-एफआइआर में देवनागरी लिपि नहीं उपयोग की जाती है व दिल्ली यातायात पुलिस के चालान पूरी तरह से अंग्रेजी में होते हैं। इससे देश की राजभाषा का भी अपमान हो रहा है तथा भारत सरकार के राजभाषा के लिए किए जा रहे प्रयास भी विफल साबित होते हैं।
ई-एफआइआर अंग्रेजी भाषा में होने की वजह से कम शिक्षित या हिंदी भाषी लोगों को एफआइआर करवाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों को समझ ही नहीं आता वह अंग्रेजी में अपना बयान कैसे दर्ज करें। उन्होंने अप्रैल में प्रधानमंत्री के शिकायत पोर्टल पर हिंदी भाषा में ई-एफआइआर न होने की शिकायत दी थी।
गृह मंत्रालय ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि हिंदी भाषा में एफआइआर व चालान होने का काम अंतिम चरण में है, कोरोना की वजह से तकनीकी टीम होम आइसोलेशन में है। इसलिए इस काम में देरी हो रही है, व्यवस्था सुचारू होने पर हिंदी भी में दोनों चीजें हो जाएंगी।