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'डसॉल्ट मिस्टेर बांबर' के साथ हो रहा शर्मनाक बर्ताव, जानें- राफेल बनाने वाली कंपनी से इसका रिश्ता

करीब ढाई दशक तक यह विमान दिल्ली पब्लिक स्कूल गाजियाबाद (डीपीएसजी) में रखा था। सुरक्षा इंतजाम व बिना बाउंड्री वॉल के रखे विमान की लोगों ने दो ही दिन में दुर्गति कर दी है।

By Edited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 09:26 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 10:55 AM (IST)
'डसॉल्ट मिस्टेर बांबर' के साथ हो रहा शर्मनाक बर्ताव, जानें- राफेल बनाने वाली कंपनी से इसका रिश्ता
'डसॉल्ट मिस्टेर बांबर' के साथ हो रहा शर्मनाक बर्ताव, जानें- राफेल बनाने वाली कंपनी से इसका रिश्ता

गाजियाबाद, जेएनएन। एक ओर जहां राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र में सत्तासीन भारतीय  जनता पार्टी (BJP) सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी पर सीधे हमले बोल रहे हैं, वहीं राफेल बनाने वाली के एक और विमान की दुर्गति हो रही है। दरअसल, भारतीय वायुसेना के बेड़े में रह चुके डसॉल्ट मिस्टेर बांबर विमान 13 जनवरी को हिंडन एलिवेटेड रोड के एंट्री पाइंट की रोटरी पर रखा गया। इससे पूर्व यह करीब ढाई दशक दिल्ली पब्लिक स्कूल गाजियाबाद (डीपीएसजी) के परिसर में रखा था। सुरक्षा इंतजाम व बिना बाउंड्री वॉल के रखे विमान की लोगों ने दो ही दिन में दुर्गति कर दी है। इसे लेकर पुलिस प्रशासन से लेकर निगम तक बेरुखी दिखा रहा है।

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मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित डीपीएसजी प्रबंधन ने स्कूल परिसर से विमान हटाने की इच्छा जताई थी। इस संबंध में प्रबंधन ने भारतीय वायुसेना में अर्जी लगाई थी। उसके बाद तय किया गया कि शहर के मुख्य स्थान पर इसे लगाया जाए। पहले मेरठ तिराहा पर इसे लगाने पर मंथन किया गया। वहां रैपिड रेल कॉरिडोर के कारण जमीन उपलब्ध नहीं हो सकी थी। उसके बाद हिंडन एलिवेटेड रोड एंट्री पाइंट पर 13 जनवरी को इसे लगाया गया।

इस विमान को यहां लगाने के बाद से ही स्थानीय लोगों के अलावा आने-जाने वाले वाहन सवार भी इस पर चढ़कर सेल्फी लेने के साथ ही बच्चे इसके इंजन और सीट से लेकर तमाम हिस्से को खंगालने में लगे हैं। करीब 16 साल भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल रहे इस विमान को पलटकर देखने वाला कोई नहीं है। उस समय देश के सम्मान का परिचायक रहा डसॉल्ट मिस्टेर बांबर विमान बच्चों के लिए यह खेल का साधन बना है।

जानकारी के बावजूद नगर निगम से लेकर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी भी इससे पूरी तरह बेपरवाह बने हैं। यही वजह है कि इससे विमान की खुले में दुर्गति हो रही है। राफेल विमान भी इसी कंपनी का निर्मित फ्रांस में निर्मित डसॉल्ट मिस्टेर बांबर विमान ने 28 सितंबर 1952 को पहली बार दुनिया में उड़ान भरी। 1957 में इस विमान को भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया था। भारत सरकार ने ऐसे 104 विमान खरीदे थे।

इस विमान को 1973 में वायुसेना से 'रिटायर' कर दिया गया। यह विमान फ्रांस और इजरायल वायुसेना का भी हिस्सा रहा है। बता दें कि राफेल विमान भी डसॉल्ट एविएशन कंपनी ही बनाती है।

रितु माहेश्वरी (जिलाधिकारी) ने बताया कि अभी विमान को रखवाया गया है इसके आसपास सुंदरीकरण, फेंसिंग व लाइटिंग का काम बाकी है। इसके लिए नगर निगम को बोला गया है। 26 जनवरी से पहले नगर निगम यह काम पूरा करेगा। 

वहीं, मोइनुद्दीन (चीफ इंजीनियर नगर निगम) ने बताया कि  इसके सुंदरीकरण की योजना है, जिसके तहत विमान के चारों ओर स्टील ग्रिल लगवाई जाएगी। निगम की ओर से इसकी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस चौकी को सूचना देकर सुरक्षा देने को कहा गया है।  


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