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Dwarka Expressway: अगले साल शुरू होगा द्वारका एक्सप्रेसवे, इसके बारे में कुछ खास बातें जो आपके लिए जानना जरूरी

Dwarka Expressway News केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे अगले साल 2023 से चालू हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एनसीआर के लिए वरदान साबित होने वाला है। यह देश का पहला अर्बन एक्सप्रेसवे भी होगा।

By Geetarjun GautamEdited By: Published: Tue, 12 Jul 2022 05:33 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jul 2022 05:33 PM (IST)
अगले साल शुरू हो जाएगा द्वारका एक्सप्रेसवे (फोटो क्रेडिट- Nitin Gadkari Twitter)।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बताया कि द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) अगले साल 2023 से चालू हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एनसीआर के लिए वरदान साबित होने वाला है। इसे नार्दर्न पेरिफेरल रोड (Northern Peripheral Road, NPR) के नाम से भी जाना जाएगा।

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यह देश का पहला अर्बन एक्सप्रेसवे भी होगा। नितिन गड़करी ने कहा कि यह दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करेगा। मुख्य रूप से पश्चिमी दिल्ली के यात्रियों को राहत देगा, जो वहां की मुख्य सड़कों पर जाम से परेशान रहते हैं।

एक्सप्रेसवे शुरू होने से दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे (Delhi-Jaipur Expressway, NH-48) का 50-60 प्रतिशत ट्रैफिक इसी पर डायवर्ट हो जाएगा। इससे सोहना रोड (Sohna Road), गोल्फ कोर्स रोड (Golf Course Road) और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड (Golf Course Extension Road) की ओर यातायात में सुधार हो सकेगा।

द्वारका एक्सप्रेसवे की एक महत्वता और बढ़ जाएगी। क्योंकि यह दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा। इससे जाम लगने में मुक्ति मिलेगी और प्रदूषण अपने आप कम हो सकेगा।

9000 करोड़ की लागत से बन रहा एक्सप्रेसवे

नितिन गडकरी ने सोमवार को ट्वीट कर दी। उन्होंने बताया कि लगभग नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। यह 16-लेन एक्सेस-कंट्रोल एक्सप्रेस-वे है। जिसमें दोनों तरफ तीन-तीन लेन सर्विस रोड का प्रावधान है। 29 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का 19 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में जबकि शेष 10 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में पड़ता है।

एक्सप्रेस-वे के निर्माण से द्वारका के सेक्टर-25 में आने वाले इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आइआइसीसी) तक सीधी पहुंच होगी। यही नहीं पालम एयरपोर्ट तक जाने के लिए सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर एक्सप्रेस-वे के किनारे 12 हजार पौधे लगाए जाएंगे।

यह अपनी तरह का पहला एक्सप्रेस-वे है। निर्माण के लिए दो लाख मीट्रिक टन स्टील (एफिल टावर में इस्तेमाल स्टील का 30 गुना) और 20 लाख घन मीटर कंक्रीट (बुर्ज खलीफा के कंक्रीट का छह गुना) की खपत होने का अनुमान है।

देश की सबसे लंबी सुरंग का निर्माण

द्वारका एक्सप्रेस-वे के दिल्ली भाग के अंतर्गत देश के शहरी क्षेत्र में सबसे लंबी 3.6 किलोमीटर और सबसे चौड़ी (आठ लेन) सुरंग का निर्माण किया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे दिल्ली इलाके में महिपालपुर के नजदीक शिवमूर्ति के सामने से लेकर गुरुग्राम इलाके में खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक बनाया जा रहा है।

हरियाणा भाग का निर्माण इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। दिल्ली भाग का निर्माण अगले साल तक पूरा होगा। इस तरह पूरा प्रोजेक्ट अगले साल तक पूरा होगा। यह एक्सप्रेस-वे अत्याधुनिक इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम से लैस होगा।


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