DUSU Polls 2018: फर्जी वोटिंग रोकने को श्याम लाल कॉलेज में की गई खास व्यवस्था
पूर्व के चुनावों में बाहरी छात्र फर्जी पहचान पत्र बनवा चुनाव में वोट करते थे। इसे रोकने के लिए कॉलेज में पहली बार प्रथम वर्ष के छात्रों को बार कोड वाले आइ कार्ड दिए गए हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव (DUSU) 2018 में फर्जी वोटिंग रोकने पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। फर्जी वोटिंग रोकने के लिए शाहदरा जीटी रोड स्थित श्याम लाल कॉलेज में इस बार बार कोड वाले पहचान पत्रों की व्यवस्था की गई है। बुधवार को मतदान के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को पहचान पत्र का बार कोड स्कैन करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा था।
दिल्ली विश्वविद्यालय के किसी कॉलेज में पहली बार फर्जी वोटिंग रोकने के लिए इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। आइ कार्ड का बार कोड स्कैन करते ही विद्यार्थी की पूरी जानकारी कंप्यूटर पर आ जाएगी। ऐसे में यदि कोई विद्यार्थी नकली आइ कार्ड के जरिये वोट देने पहुंचेगा तो वह पकड़ा जाएगा। कॉलेज के प्रोफेसर व विद्यार्थियों की मानें तो अब तक छात्र संघ चुनावों में फर्जी वोटिंग होती रही है। दूसरे वर्ष के बाद के छात्रों को तो शिक्षक पहचानते हैं लेकिन प्रथम वर्ष के छात्रों के चेहरे अनजान होते हैं।
इसका फायदा उठाकर छात्र संघ नेताओं द्वारा प्रथम वर्ष के छात्रों के फर्जी आइ कार्ड जारी किए जाते रहे हैं। इसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए कॉलेज ने बार कोड वाले आइ कार्ड की व्यवस्था की है। कॉलेज के प्राचार्य रबि नारायण कर ने बताया कि उनके पास ऐसी शिकायतें आई थीं कि पूर्व में हुए चुनाव में कॉलेज के बाहरी विद्यार्थी प्रथम वर्ष का फर्जी आइ कार्ड बनाकर चुनाव में वोट करने आ जाते थे। इसे रोकने के लिए कॉलेज के इतिहास में पहली बार प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को बार कोड वाले आइ कार्ड दिए गए हैं।
वोट करने से पहले प्रशासन आइ कार्ड के बार कोड को स्कैन करेगा। प्राचार्य ने उम्मीद जताई कि बार कोड की व्यवस्था होने के बाद गड़बड़ी पर रोक लगेगी। प्राचार्य ने बताया कि सुबह 8:30 से मतदान शुरू होगा। मतदान के लिए तीन पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। सभी बूथ पर आइ कार्ड स्कैन करने वाली मशीनें हैं। तीन स्तर पर विद्यार्थियों की चेकिंग और सत्यापन होगा।