दिल्ली में लगातार बढ़ रहा है प्रदूषण का स्तर, फिर जहरीली हुई हवा, रहें सावधान
अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही राजधानी की हवा बिगड़ गई है। पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थिति में अगले दो से तीन दिनों तक सुधार की संभावना नहीं है।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। हवा की गति ने दिल्लीवालों के लिए मुसीबत बढ़ा दी है। दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो गई है। हवा की दिशा में बदलाव के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार दूसरे दिन भी खराब रही। अधिकारियों के मुतीबिक शनिवार चार बजे दर्ज किया गया एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में है। अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही राजधानी की हवा बिगड़ गई है। पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थिति में अगले दो से तीन दिनों तक सुधार की संभावना नहीं है। ऐसे में हवा का स्तर लगातार गिरने की संभावना व्यक्त की गई है। सफर इंडिया ने इसके मद्देनजर लोगों को घर से ज्यादा देर बाहर न रहने की सलाह दी है।
बड़े तूफान का संकेत नहीं
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 259 दर्ज किया गया था। गुरुग्राम में यह आंकड़ा 330 'बहुत खराब' वायु गुणवत्ता थी, जबकि अन्य शहरों फरीदाबाद और नोएडा में क्रमश: 247 और 232 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज की गई थी। इससे पहले, यह अनुमान लगाया गया था कि एक धूल का तूफान राष्ट्रीय राजधानी को प्रभावित करेगा व हवा की गुणवत्ता को और खराब कर देगा, लेकिन वर्तमान में इस तरह के किसी बड़े तूफान का कोई संकेत नहीं है।
रखी जा रही है नजर
सीपीसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि संबंधित विभाग दिल्ली में बिगड़ रही स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और यहां स्थिति इसलिए भी खराब हुई है क्योंकि हवा का रुख बदल गया है। हवा उन स्थानों से होकर दिल्ली तक पहुंच रही है जहां फसलों के अवशेष जलाए जा रहे हैं। अधिकारी के मुताबिक यह मानसून खत्म होने का वक्त है और अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है ऐसे में हवा की गति प्रभावित होती है जो इस समय के लिए सामान्य है। यही हवा की कम गति प्रदूषण स्तर में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है।
क्या कहता है इंडेक्स
वातावरण में प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 का इंडेक्स 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर तक सामान्य होता है। इसी तरह पीएम 10 का इंडेक्स 101 से 250 के बीच हो तो स्थिति सामान्य मानी जाती है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में 0-50 के बीच हवा की गुणवत्ता को अच्छी, 51-100 के बीच की श्रेणी को संतोषजनक, 101-200 को औसत, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर श्रेणी के तौर पर निर्धारित किया गया है।
हवा में जम गए हैं प्रदूषक तत्व
सीपीसीबी के वैज्ञानिक डॉ. वीके शुक्ला के अनुसार, हवा की गति कम होने की वजह से प्रदूषक तत्व फैल नहीं पा रहे हैं और हवा में ही जम गए हैं। इस समय नमी भी है। अगले दो से तीन दिनों तक स्थिति ऐसी ही बनी रह सकती है। सफर इंडिया के मुताबिक, एयर इंडेक्स 300 से अधिक होने पर लोगों को अधिक देर तक घर के बाहर नहीं रहना चाहिए। खिड़की दरवाजे बंद रखने चाहिए। अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही इस बार दिल्ली के लोगों को सांस लेने में परेशानी होती नजर आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आठ तारीख से पहले हवा की स्थिति में सुधार के आसार नहीं हैं। इसके बाद बादल छाएंगे और हल्की बूंदाबादी भी हो सकती है।