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Delhi University: महिला सुरक्षा के लिए डीयू ने बनाई समिति, परिसर में एक हजार नए सीसीटीवी कैमरे लगने की तैयारी

दिल्ली विश्वविद्यालय में महिला सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए प्रोक्टर की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। पिछले दिनों आईपी कॉलेज की घटना के बाद लगातार महिला सुरक्षा को लेकर डीयू पर सवाल उठ रहे थे।

By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaThu, 25 May 2023 07:56 PM (IST)
Delhi University: महिला सुरक्षा के लिए डीयू ने बनाई समिति, परिसर में एक हजार नए सीसीटीवी कैमरे लगने की तैयारी
इसके बाद डीयू प्रशासन ने समिति गठित करने का निर्णय लिया है।

नई दिल्ली, उदय जगताप। दिल्ली विश्वविद्यालय में महिला सुरक्षा को लेकर नए सिरे से कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए प्रोक्टर की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। पिछले दिनों आईपी कॉलेज की घटना के बाद लगातार महिला सुरक्षा को लेकर डीयू पर सवाल उठ रहे थे।

इसके बाद डीयू प्रशासन ने समिति गठित करने का निर्णय लिया है। समिति महिला सुरक्षा के इंतजाम कैसे पुख्ता किए जा सकते हैं, इस पर विचार करेगी। समिति ने सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने को लेकर सिफारिश भी की है। इसके मद्देनजर विश्वविद्यालय में जल्द एक हजार नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना है। एक महीने में इनको विश्वविद्यालय परिसर के अलग-अलग स्थानों पर लगा दिया जाएगा।

इंद्रप्रस्थ कालेज फार विमिन (आइपीसीडब्ल्यू) में मार्च में आयोजित वार्षिक फेस्टिवल में बाहरी छात्रों ने प्रवेश किया था। इसके बाद छात्र संगठनों ने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। लगातार आइपी कालेज और डीयू प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन हुए थे। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय ने जांच के लिए समिति का गठन किया था।

समिति ने कालेजों में फेस्टिवल आयोजन के लिए गाइडलाइन भी जारी की थीं। इनके जारी होने के बाद कई कालेजों में काफी सीमित आयोजन हुए थे। इससे पहले पिछले वर्ष गार्गी और मिरांडा हाउस कालेज में आयोजित फेस्टिवल में भी बाहरी छात्र प्रवेश कर गए थे। छात्राओं की सुरक्षा मुद्दा बना था। इन्हीं बातों पर गौर करते हुए महिला कर्मचारियों और छात्राओं की सुरक्षा के लिए समिति बनाई गई है।

समिति की अध्यक्ष और प्राक्टर प्रो. रजनी अब्बी ने कहा, महिला सुरक्षा विश्वविद्यालय के लिए काफी अहम है। पिछले दिनों कालेजों में हुई घटनाओं के बाद यह कदम उठाया गया है। समिति सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने, सुरक्षाकर्मियों को मुस्तैद करने जैसे अनेक सुझावों पर विचार कर रही है।

सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। अगले एक महीने में कैमरे लगना शुरू हो जाएंगे। समिति में शामिल एक सदस्य ने बताया, विश्वविद्यालय में मौजूद पिंक बूथ पर 24 घंटे पुलिसकर्मियों की तैनाती के लिए पुलिस से अनुरोध किया जाएगा। वर्तमान में कई बार पुलिसकर्मी यहां नहीं दिखते। पिंक बूथ की संख्या बढ़ाने के लिए भी सुझाव दिया जाएगा।

अभी मात्र 10 से 12 कैमरे ही बाहरी सुरक्षा के लिए लगे हैं

डीयू की सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी ने बताया, विश्वविद्यालय के परिसर के बाहर की सुरक्षा के लिए फिलहाल 10 से 12 कैमरे ही लगे हैं। इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। सीसीटीवी कैमरे लगाने की निगरानी कर रहे ज्वाइंट प्राक्टर प्रो. मनोज ने बताया कि कैमरो की संख्या अभी कम है।

इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। नोर्थ परिसर के अलावा, साउथ और ढाका परिसर में कैमरे लगाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं। तीनों परिसरों में एक महीने में कैमरे लगने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा, विभागों ने सुरक्षा के लिए अपने स्तर पर कैमरे लगाए हैं। लेकिन, बाहरी परिसर की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा जा पा रहा था।

समिति में यह सदस्य हैं शामिल

प्रॉक्टर प्रो. रजनी अब्बी समिति की अध्यक्ष हैं। ला सेंटर की वागेश्वरी देसवाल, संयुक्त प्राक्टर गीता सहारे, श्रीराम कालेज आफ कामर्स की प्रो. मलिका कुमार, असिस्टेंट रजिस्ट्रार एजुकेशन गिरीश कुमार और अधिवक्ता नियति शर्मा को सदस्य के रूप में इसमें शामिल किया गया है।

रिपोर्ट इनपुट- उदय जगताप