Delhi News: सरना के खिलाफ डीएसजीएमसी ने लिखा भगवंत मान को पत्र, जांच की मांग
Delhi Politics News शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ( सरना ) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के शिरोमणि अकाली दल ( शिअद बादल ) में शामिल होने की चर्चा के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) में शामिल होने की चर्चा के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका और महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने सरना पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) में पद प्राप्त करने के लिए शिअद बादल को पैसे देने का आरोप लगाया है। डीएसजीएमसी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर इस मामले की जांच कराने की मांग की है।
स्वजनों पर लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप
प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि सरना व उनके स्वजनों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। दिल्ली में हुए शराब घोटाले में भी इनके स्वजन संदेह के घेरे में हैं। सीबीआइ और ईडी उन लोगों से पूछताछ कर रही है। संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए पंथक एकता के नाम पर वह शिअद बादल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ सौदेबाजी कर रहे हैं। वह एसजीपीसी में पद हासिल कर पंथ की आड़ में अपना बचाव करना चाहते हैं।
कार्रवाई की मांग
श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से भी उन्होंने इस मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा सिख बंदियों की रिहाई की मांग करने वाले सरना 1984 में सिख विरोधी दंगा कराने वाली कांग्रेस के समर्थक रहे हैं। एसजीपीसी को नुकसान पहुंचाने के लिए उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल में हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
झूठे आरोप लगाने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई
मेरी जिंदगी व व्यवसाय निश्कलंक है। किसी के इशारे पर झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। उन्हें अदालत में माफी मांगनी पड़ेगी। दस वर्षों के मेरे डीएसजीएमसी के कार्यकाल को लेकर इन लोगों ने झठे आरोप लगाए थे, लेकिन आजतक एक भी साबित नहीं कर सके।
परमजीत सिंह सरना (शिअद दिल्ली के अध्यक्ष)