कनॉट प्लेस में रंग-विरंगी लाइटों से हुआ दिवाली उत्सव का आगाज, दिखा मोहक नजारा
इस दिवाली पटाखा रहित दिवाली मनाने के लिए शुक्रवार को दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में दिल्ली की दिवाली कार्यक्रम का आगाज हुआ।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिवाली को पटाखा रहित मनाने के लिए शुक्रवार को कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में दिल्ली की दिवाली कार्यक्रम का आगाज हुआ। इस चार दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बटन दबाकर किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे। जैसे ही उपराज्यापल ने बटन दबाया चारों ओर लेजर लाइट की रोशनी फैल गई।
तालियों से हुआ उत्सव का स्वागत
लोगों ने तालियों से इस रंग-विरंगे उत्सव का स्वागत किया। उपराज्यपाल ने कहा कि आज लेजर लाइट के माध्यम से हम इस अनूठी दिवाली को देखने के लिए जुटे हैं। इसकी वजह यह है कि जहां दिल्ली में कभी दो लाख लोग रहा करते थे अब यह संख्या दो करोड़ हो गई है। इस वजह से दिल्ली में निर्माण भी बढ़ा है जिसकी वजह से प्रदूषण भी बढ़ा है। इसलिए हमें ऐसे कदम उठाने पड़ेंगे जिससे कि दिल्ली में प्रदूषण न बढ़े।
सीएम की हुई प्रशंसा
उपराज्यपाल ने इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री की भी सराहना की। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में दो करोड़ लोग हैं जोकि हमारे लिए परिवार की तरह हैं। यहां पर सभी धर्मो के लोग परिवार की तरह रहते हैं। जिस प्रकार परिवार में मिलकर दिवाली को मनाया जाता है
सीएम ने कहा-अच्छी शुरुआत
इसी प्रकार पूरी दिल्ली परिवार की तरह इकट्ठा होकर यहां दिवाली मनाने के लिए आई है, यह अच्छी शुरुआत है। आज छोटी दिवाली है ऐसे में पिछले कुछ सालों में देखें तो इस दिन कई पटाखों की आवाज सुनने को मिला करती थी, लेकिन अब यह आवाज कम हुई है। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली ने डेंगू पर काबू पाकर दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
दिल्ली में कम हुआ प्रदूषण
दिल्ली में 25 फीसद प्रदूषण कम हुआ है, इसे और भी कम करना है। लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बार दिल्ली वाले भगवान श्रीराम का स्वागत पटाखों के बजाय लाइट व दीये जलाकर करेंगे। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है और इसे देखने के लिए पूरी दिल्ली आई है। आने वाले समय में कैसे दिल्ली को इस स्तर का तक लाया जाए कि दिल्ली में दिवाली के मौके पर पटाखों के बजाय इस तरह के लेजर शो व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन हो इसके लिए दिल्ली वाले अपना सुझाव भी दे सकते हैं।