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हनीट्रैप से अमीरों को फंसाती थीं खूबसूरत लड़कियां, यूपी पुलिस का पूर्व सिपाही चलाता था रैकेट

युवतियां मालदार पार्टियों को किसी बहाने से फ्लैट में बुलाती थीं। शिकार सीधे फंसा तो ठीक वर्ना चाय या कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ आपत्तिजनक हालत में लेट जाती थीं।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 01:10 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 01:48 PM (IST)
हनीट्रैप से अमीरों को फंसाती थीं खूबसूरत लड़कियां, यूपी पुलिस का पूर्व सिपाही चलाता था रैकेट
हनीट्रैप से अमीरों को फंसाती थीं खूबसूरत लड़कियां, यूपी पुलिस का पूर्व सिपाही चलाता था रैकेट

फरीदाबाद (जेएनएन)। क्राइम ब्रांच डीएलएफ ने मालदार लोगों को हनीट्रैप में फांसकर मोटी रकम ऐंठने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि गिरोह नोएडा के सेक्टर-82 मोड़ के तत्कालीन पुलिस चौकी प्रभारी रामधन के संरक्षण में चल रहा था, जिसमें चार युवतियां व पांच युवक शामिल हैं। एक युवती व एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपित की पहचान नांगल जाट पलवल निवासी रामबीर के रूप में हुई है। रामधन का करीब डेढ़ माह पहले गैर जिले में तबादला हो चुका है।

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गिरोह ने नोएडा सेक्टर-92 में फ्लैट किराए पर लिया था। युवतियां मालदार पार्टियों को किसी बहाने से फ्लैट में बुलाती थीं। अगर इनका शिकार सीधे जाल में फंसा तो ठीक वर्ना चाय या कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ आपत्तिजनक हालत में लेट जाती थीं। थोड़ी देर बाद ही गिरोह के सदस्य युवती की मां, बहन व भाई बनकर सामने आ जाते थे और उस शख्स से मारपीट की जाती थी। मामले की सूचना नोएडा सेक्टर-82 मोड़ पुलिस चौकी में दी जाती थी।

जांच अधिकारी उप निरीक्षक ब्रह्म सिंह के अनुसार, नोएडा सेक्टर-82 मोड़ चौकी का तत्कालीन प्रभारी रामधन इनसे मिला हुआ था। वह तुरंत मुकदमा दर्ज करने का ड्रामा शुरू कर देता। गिरोह का मास्टरमाइंड पलवल निवासी सलीम है। वह स्थानीय प्रधान बनकर चौकी में पहुंच जाता और फांसे गए शख्स को जेल का डर दिखाकर कुछ ले-देकर समझौते की बात कहता। नवंबर 2017 में इस गिरोह ने होडल के एक व्यापारी को फांसकर एक करोड़ रुपये मांगे थे। व्यापारी ने 16 लाख रुपये देकर पिंड छुड़ाया। उसी व्यापारी ने गिरोह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

इसकी जांच दो माह पहले क्राइम ब्रांच डीएलएफ पुलिस के पास आई। तब गिरोह के खिलाफ पलवल के ही दो और लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया हुआ है। उनसे गिरोह ने तीन लाख और 6.40 लाख रुपये ऐंठे थे। क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी नवीन कुमार के अनुसार, इस गिरोह ने कई लोगों से इसी तरह रुपये ऐंठे हुए हैं, मगर वे लोकलाज के कारण सामने नहीं आए। गिरोह के अशफाक, सलीम, दिनेश, गोपाल व रामधन के अलावा तीन युवतियां फरार हैं।


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