अभी से ही सिग्नेचर ब्रिज की खूबसूरती पर लगने लगा दाग
सिग्नेचर ब्रिज टूरिस्ट स्पॉट बनकर जरूर उभरा है, लेकिन यहां की यातायात व्यवस्था से लेकर साफ-सफाई और सुरक्षाा व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहे हैं। यह दिल्ली की छवि का नुकसान है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अपने विश्वस्तरीय मॉडल से दिल्ली की नई पहचान बना वजीराबाद स्थित सिग्नेचर ब्रिज उद्घाटन के चार दिन बाद ही गंदगी की मार झेलने लगा है। ब्रिज पर यातायात व्यवस्था से लेकर सफाई व्यवस्था सब भगवान भरोसे है। उत्तर पूर्वी दिल्ली को बाहरी व उत्तरी दिल्ली से जोड़ने वाला यह महत्वपूर्ण ब्रिज लोगों के आकर्षण का केंद्र है।
गंदगी से पटा है रास्ता
यही कारण है कि यहां से गुजरने वाला व्यक्ति रुककर ब्रिज की भव्यता निहारते हैं और सेल्फी लेते हैं। सिग्नेचर ब्रिज पर मरम्मत के उपकरण रखने के लिए बनाए गया मेटेनेंस-वे गंदगी से पटा हुआ है। यहां लोग खाने-पीने की चीजें लेकर पहुंचते हैं और कूड़ा वहीं पर डाल देते हैं।
हर जगह गंदगी का आलम
यही हाल मुख्य मार्ग का भी है। सड़क के किनारे भी गंदगी है। ब्रिज के आसपास रेहड़ी व पटरीवालों ने अपने ठीये जमा लिए हैं। इनकी वजह से भी गंदगी फैलती है। सिग्नेचर ब्रिज को मजबूती से थामे हुए केबल पर धूल की मोटी परत भी जम गई है, जोकि इसकी खूबसूरती को बदरंग कर रही है। मोटी केबल पर चढ़कर कुछ युवक जान को खतरे में डालकर सेल्फी लेते हैं।
यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा जिंदगी से खिलवाड़
सिग्नेचर ब्रिज टूरिस्ट स्पॉट बनकर जरूर उभरा है, लेकिन यहां की यातायात व्यवस्था पर सवालिया निशान लग रहे हैं। दोपहिया वाहन चालक ब्रिज के डिवाइडर पर वाहन चढ़ाकर तेज रफ्तार ट्रैफिक के बीच से सड़क पार करते हैं, जोकि जानलेवा है। कुछ लोगों के साथ बच्चे भी मौजूद रहते हैं।
गलत दिशा से भी दोपहिया वाहन ब्रिज पर चलते हैं। चलाने वाले हेल्मेट का इस्तेमाल भी कम ही करते हैं। इन पर नजर रखने और इन्हें नियंत्रित करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है।