मधुमेह दिवस: पीड़ित की देखभाल के लिए करें ये उपाय, होगा फायदा
इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की इस साल की थीम मधुमेह एवं परिवार है। डॉक्टरों का कहना है कि परिवार में किसी को मधुमेह है तो उसकी देखभाल के लिए सभी सदस्य जिम्मेदारी बांटें।
नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया भर में बुधवार को मधुमेह दिवस मनाया जा रहा है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की इस साल की थीम 'मधुमेह एवं परिवार' है। डॉक्टरों का कहना है कि परिवार में किसी को मधुमेह है तो उसकी देखभाल के लिए सभी सदस्य जिम्मेदारी बांटें। इससे मधुमेह का इलाज भी बेहतर हो सकेगा और परिवार के सदस्यों में भी इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलेगी।
अवसाद से गहराती है समस्या
इससे वे मरीज की भी कई समस्याओं को हल कर सकते हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के मनोचिकित्सक की तरफ से एक सर्वेक्षण किया गया, जिसमें यह बात सामने आई है कि मधुमेह के मरीजों के मुख्य देखभाल कर्ता में अवसाद की बीमारी के लक्षण पाए गए हैं।
तनाव से बचें
एम्स के मनोचिकित्सक विभाग के असिस्टेट प्रोफेसर डॉ. रोहित वर्मा ने बताया कि मधुमेह के 50 मरीजों और उनके 50 मुख्य देखभाल कर्ताओं पर सर्वे किया था। इसमें यह बात सामने आई कि दोनों में ही अवसाद और तनाव के लक्षण ज्यादा पाए गए। मधुमेह के मरीजों की देखभाल उनके ही परिवार के सदस्य कर रहे थे।
पुरुष की तुलना में महिला में ज्यादा
पुरुषों की तुलना में महिला मरीजों में ज्यादा अवसाद पाया गया। मरीजों और देखभाल कर्ता में अवसाद और तनाव का स्तर समान था। डॉ. रोहित ने बताया कि परिवार के सदस्य मरीज से मानसिक और समाजिक तौर पर जुड़े होते हैं।
मुख्य देखभाल कर्ता को मरीज की अधिक चिंता रहती है, जिससे उसका तनाव बढ़ जाता है। इसलिए परिवार के सभी सदस्यों को मरीज की देखभाल का दायित्व बांटना चाहिए। इससे किसी एक पर तनाव और अवसाद हावी नहीं होगा।