Move to Jagran APP

दिवांशी ने बनाया लगातार 24 घंटे की स्केटिंग का रिकॉर्ड

सात साल की उम्र में शुरू किया अभ्यास, प्रतिदिन दस घंटे तक स्केटिंग का अभ्यास करती हैं गुरुग्राम की दिव्यांशी

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 03:00 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 03:11 PM (IST)
दिवांशी ने बनाया लगातार 24 घंटे की स्केटिंग का रिकॉर्ड

गुरुग्राम (जेएनएन)। खेलों को लेकर कॉलेजों की प्रतिभाएं भी आगे आ रही हैं। हाल ही में कर्नाटक में स्केटिंग प्रतियोगिता में गिनीज व‌र्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर शहर के सेक्टर नौ की रहने वाली कॉलेज की छात्रा दिवांशी ने लगातार 24 घंटे की स्केटिंग का रिकॉर्ड बनाया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेश धनेरवाल ने कहा कि दिवांशी ने कॉलेज ही नहीं, शहर का नाम भी रोशन किया है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में इस तरह की प्रतिभाओं को तराशने का काम किया जाएगा।

loksabha election banner

सात साल की उम्र से शुरू किया अभ्यास

दिवांशी ने बताया कि वह सात साल की उम्र से ही स्केटिंग का अभ्यास कर रही हैं। स्कूल के समय से ही वह विभिन्न स्केटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही हैं। महरौली रोड स्थित गणपति हाइट्स निवासी दिवांशी स्केटिंग के अभ्यास के लिए रोजाना दिल्ली जाती हैं। अभ्यास के लिए सुबह तीन बजे दिल्ली स्थित चाणक्यपुरी जाती हैं और सुबह साढ़े छह बजे तक अभ्यास करने के बाद कॉलेज आती हैं। शाम को छह बजे फिर से दिल्ली स्थित विकासपुरी में अभ्यास के लिए पहुंचती हैं। वह रोजाना दस घंटे स्केटिंग का अभ्यास करती हैं। दिवांशी ने बताया कि जब वे कक्षा ग्यारहवीं में थीं तो नेशनल स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए उन्होंने अपनी दो परीक्षाएं भी छोड़ दी थीं। अभी सेक्टर नौ स्थित राजकीय महाविद्यालय में बीसीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं।

फ्री-स्टाइल और रोल बॉल में है रुचि

दिवांशी का कहना है कि उनको फ्री-स्टाइल, रोल बॉल और डांस में भी काफी रुचि है। स्कूल के समय में भी वे डांस प्रतियोगिता, स्केटिंग फ्री-स्टाइल प्रतियोगिता में हिस्सा लेती थीं। बताया कि रॉल बॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से 18 मई 2018 में बेलगाम (कर्नाटक) में स्केटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। 20 कैमरों और ड्रोन के जरिए गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड की टीम निगरानी करती रही। खिलाड़ी के लगातार 24 घंटे स्केटिंग करने के बाद गिनीज व‌र्ल्ड रिकार्ड के लिए दावेदारी की गई थी। इसे गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड ने स्वीकृति दी। दिवांशी ने बताया कि उनके पिता का उन्हें पूरा सहयोग मिला है।

ये हैं उपलब्धियां

राष्ट्रीय स्तर पर स्केटिंग प्रतियोगिता में 2013 से 2016 तक लगातार गोल्ड मेडल मिला है। इसके अलावा एशियन चैंपियनशिप 2014 में छठे स्थान पर रहीं। प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कार भी जीते हैं। दिवांशी अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश के प्रतिनिधित्व का लक्ष्य रखती हैं।

साइबर सिटी से स्टार्टअप इंडिया को मिल रही उड़ान

स्टार्ट अप इंडिया की प्रगति में साइबर सिटी मजबूती से कदम बढ़ा रही है। इसके लिए यहां बेहतर जमीन तैयार की जा रही है। उद्यमी बनने का सपना संजोए युवाओं को प्रदेश सरकार का भी साथ मिल रहा है। यही वजह है कि कारोबार शुरू करने के लिए देश भर के युवाओं के लिए गुरुग्राम एक आदर्श स्थान बन गया है। इस साल अभी तक गुरुग्राम में 20 से अधिक स्टार्टअप शुरू हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इनमें से कुछ आने वाले समय में देश ही नहीं दुनिया भर में काफी नाम कमाने में सफल होंगे।

प्रदेश सरकार द्वारा शहर के उद्योग विहार फेज-1 में हारट्रोन इनोवेशन एंड स्टार्ट-अप वेयर हाउस की शुरूआत अप्रैल में कर दी थी। इसे लेकर सरकार की प्रशंसा देश भर में हो रही है। स्टार्टअप विशेषज्ञों का कहना है कि यह हब काफी मायने रखता है। यहां नव उद्यमियों को कारोबार शुरू करने बेहतर परिवेश देने के साथ-साथ इनके कारोबार के विस्तार का मौका भी दिया जा रहा है। इस हब में प्रदेश के युवाओं को उद्यमी बनने संबंधी कई प्रकार के सुझाव और प्रशिक्षण भी दिलाया जा रहा है। इस वेयर हाउस का संचालन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नेस्कॉम) द्वारा किया जा रहा है।

गुरुग्राम में स्टार्टअप की शुरुआत कर चुके रमन का कहना है कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्टअप को जिस प्रकार से प्रोत्साहित किया जा रहा है वह काफी मायने रखता है। इससे युवाओं में उद्यमी बनने का नया जज्बा पैदा हुआ है। स्टार्टअप वेयर हाउस में माइक्रोफाइनेंस स्टार्ट-अप व स्किल अपग्रेड करने की जो सुविधा दी जा रही है वह भी काफी शानदार है।

सीईओ नगारो मानस फुलोरिया का कहना है कि इस समय गुरुग्राम के स्टार्टअप वेयर हाउस में ग्रेडू फंड, बेनिफाई, वोंक, इनक्रेवेन्यू, लिटिफर, पार्क जैप, सिविल कॉप्स, इमपास, एकोस्टर एवं इरकुस नाम के स्टार्टअप संचालित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने की दिशा में जो कार्य हो रहा है वह सराहनीय है। इसे लेकर स्टार्टअप वेयर हाउस में काफी कुछ हो रहा है। इसका सुखद परिणाम भी जल्द ही दिखने लगेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.