Delhi AIIMS: दिल्ली में बारिश के बाद बढ़ सकता है डेंगू का प्रकोप, पढ़ें एम्स के डा. संजय राय का बयान
Delhi AIIMS इसलिए हर सप्ताह कूलर का पानी भी साफ करना व गमले का पानी बदलना जरूरी है। एम्स के मेडिसिन के प्रोफेसर डा. नीरज निश्चल ने कहा कि डेंगू के अलावा मलेरिया व चिकनगुनिया के भी मामले बढ़ सकते हैं।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी में हाल के दिनों में डेंगू के मामले बढ़े हैं। डाक्टर कहते हैं कि बारिश के बाद दिल्ली में डेगू, चिकनगुनिया व मलेरिया के मामले बढ़ सकते हैं। डेंगू ज्यादा घातक बीमारी है। इसलिए घर के आसपास बारिश का पानी जमा न होने दें। छतों पर रखें गमले, पुराने टायर व कबाड़ की चीजों में भी पानी जमा होने पर डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं, जो घातक साबित हो सकता है। इसलिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डा. संजय राय ने कहा कि डेंगू का मच्छर जहां उत्पन्न होता है, उसके आसपास के घरों में रहने वाले लोगों को ही काटता है। क्योंकि डेंगू का मच्छर 50 मीटर तक ही उड़कर जा सकता है। इसलिए घर के आसपास किसी भी चीज में पानी जमा न होने दें। यह सही है कि साफ सफाई की जिम्मेदारी सिविक एजेंसियों की है लेकिन अपने स्वास्थ्य की देखभाल करना खुद की भी जिम्मेदारी है।
इसलिए सिर्फ सरकारी एजेंसियों के भरोसे नहीं रहना चाहिए। कहीं भी पानी जमा रहने पर 10 दिन में डेंगू का मच्छर उत्पन्न हो जाता है। इसलिए हर सप्ताह कूलर का पानी भी साफ करना व गमले का पानी बदलना जरूरी है। एम्स के मेडिसिन के प्रोफेसर डा. नीरज निश्चल ने कहा कि डेंगू के अलावा मलेरिया व चिकनगुनिया के भी मामले बढ़ सकते हैं।
इसलिए मच्छरों से बचाव के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहनना चाहिए। इसके अलावा मच्छर से बचाव के लिए रेपेलेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अपोलो अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डा. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि इस साल अभी तक डेंगू के गंभीर मरीज अधिक नहीं देखे जा रहे हैं।
इसलिए ज्यादा मरीजों को आइसीयू की जरूरत नहीं पड़ रही है। लेकिन कुछ दिनों से मामले बढ़ गए हैं। दो दिन लगातार बारिश होने से डेंगू के मामले और बढ़ेंगे। इसके अलावा बारिश अधिक होने पर दूषित जलापूर्ति की समस्या भी होती है। इस वजह से पेट से संबंधित परेशानी व पीलिया की बीमारी भी हो सकती है। इसलिए पानी उबालकर पीना चाहिए।