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दिल्ली के अस्पतालों में बढ़े डेंगू व वायरल बुखार के मरीज, शुरू हुई बेड की परेशानी

दिल्ली में डेंगू फ्लू सहित वायरल बुखार के मामले बढ़ गए हैं। खास तौर पर डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वजह से अस्पतालों में मरीजों को बेड मिलने में परेशानी शुरू हो गई है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 08:44 AM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 08:44 AM (IST)
दिल्ली के अस्पतालों में बढ़े डेंगू व वायरल बुखार के मरीज, शुरू हुई बेड की परेशानी
दिल्ली के अस्पतालों में बढ़े डेंगू व वायरल बुखार के मरीज, शुरू हुई बेड की परेशानी

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी में डेंगू, फ्लू सहित वायरल बुखार के मामले बढ़ गए हैं। खास तौर पर डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वजह से अस्पतालों में मरीजों को बेड मिलने में परेशानी शुरू हो गई है। इसके मद्देनजर कई अस्पतालों में डेंगू व वायरल बुखार के इलाज के लिए बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। वहीं कुछ जगहों पर बेड बढ़ाए जाने की तैयारी भी चल रही है। उत्तरी व पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने अपने तीन अस्पतालों में 185 बेड आरक्षित किए हैं। इसके तहत उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिंदूराव व कस्तूरबा अस्पताल में 145 बेड व पूर्वी दिल्ली नगर निगम के स्वामी दयानंद अस्पताल में 40 बेड डेंगू के इलाज के लिए आरक्षित किए गए हैं।

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लोकनायक अस्पताल में भी डेंगू व वायरल बुखार के इलाज के लिए 60 बेड आरक्षित किया गया है। सफदरजंग अस्पताल में भी डेंगू व वायरल बुखार के मरीजों के इलाज के लिए दो वार्डों में करीब 110 बेड की व्यवस्था की गई है। सफदरजंग अस्पताल के एक वरिष्ठ डाक्टर ने कहा कि बुखार के मरीजों के इलाज के लिए 55 बेड का आब्जर्वेशन वार्ड शुरू किया गया है। कई मरीज कम प्लेटलेट्स के साथ इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। उन मरीजों को भी अभी इस वार्ड में भर्ती लिया जाता है। इसके अलावा एक अन्य वार्ड में 55 बेड की व्यवस्था की गई है। इस वार्ड में उन मरीजों को भर्ती किया जाता है उनकी हालत थोड़ी स्थिर हो जाती है।

सफदरजंग अस्पताल में दूसरे अस्पतालों से स्थानांतरित किए गए मरीज पहुंच रहे हैं। इस वजह से डेंगू के लिए इमरजेंसी में अगल वार्ड शुरू करने तैयारी चल रही है। जल्द ही इमरजेंसी ब्लाक में डेंगू के इलाज के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था की जाएगी। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डा. सुरेश कुमार ने कहा कि डेंगू व वायरल बुखार के मरीजों के इलाज के लिए बेड बढ़ा दिए गए हैं। इसके तहत महिला व पुरुष मरीजों के लिए अलग-अलग वार्ड बना दिए गए हैं। इन दोनों वार्डों में कुल 60 बेड है। कई मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत पड़ रही है। इसलिए 24 घंटे प्लेटलेट्स दान की व्यवस्था कर दी गई है। एक साथ छह लोगों का प्लेटलेट्स लिया जा सकता है।

अपोलो अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डा. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि पिछले सात दिन से डेंगू के मामले ज्यादा बढ़ गए हैं। इस वजह से अस्पताल में बेड की कमी होने लगी है। अपोलो अस्पताल में भर्ती डेंगू व वायरल बुखार के करीब 40 फीसद मरीज दिल्ली से बाहर के होते हैं। समस्या यह है कि कोरोना के दौर में दूसरी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की सर्जरी लंबित थीं। अब काफी मरीज सर्जरी के लिए भी पहुंच रहे हैं। ऐसे में डेंगू के मामले बढ़ने से मरीजों को बेड मिलने में परेशानी बढ़ गई है।

गंगाराम अस्पताल के अनुसार इमरजेंसी में डेंगू व वायरल बुखार के मरीजों का दबाव बढ़ने से बेड कम पड़ने लगे हैं। इस वजह से इमरजेंसी में मरीज घंटों स्ट्रेचर पर पड़े रहने को मजबूर हो रहे हैं। पिछले तीन सालों में डेंगू का संक्रमण ज्यादा इस बार पिछले तीन सालों में डेंगू का संक्रमण सबसे ज्यादा है। इस साल नौ अक्टूबर तक डेंगू के 480 मामले आए हैं। वर्ष 2020 में नौ अक्टूबर तक डेंगू के 316 व वर्ष 2019 में 467 मामले आए थे।


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