दिल्ली-NCR पर ट्रिपल अटैक: ठंड और प्रदूषण के बाद अब कोहरे ने भी बढ़ाई लोगों की परेशानी
शुक्रवार को दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों में गुरुग्राम रेवाड़ी फरीदाबाद सोनीपत गाजियाबाद नोएडा और हापुड़ में कोहरा देखने को मिला।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi weather forecast: दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ-साथ अब कोहरे ने भी दस्तक दे दी है। शुक्रवार को दिल्ली के साथ एनसीआर के इलाकों में गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद, सोनीपत, गाजियाबाद, नोएडा और हापुड़ में कोहरा देखने को मिला।
वहीं, इससे पहले बृहस्पतिवार को इस मौसम की सबसे सर्द सुबह रही। न्यूनतम तापमान महज 7.6 डिग्री सेल्सियस पर सिमट गया, जबकि अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हवा में नमी का स्तर 54 से 97 फीसद तक रहा। पूसा में तापमान महज 7.3 डिग्री रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम 7 डिग्री रह सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह हवा की गति मंद ही रहेगी, जिसकी वजह से शुक्रवार से स्मॉग और घना कोहरा रहने की संभावना है। हालांकि, रविवार के बाद तापमान में एक से दो डिग्री का इजाफा संभव है। बृहस्पतिवार को सफदरजंग में दृश्यता का स्तर महज 500 मीटर रहा।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिम दिशा में एक पश्चिमी विक्षोभ दिखाई दे रहा है जिसकी वजह से 12 और 13 दिसंबर को राजधानी और एनसीआर में हल्की बारिश हो सकती है।
वहीं, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार के दावों में कोई सच्चाई नहीं है। अब पराली जलाने की भी समस्या नहीं है, बावजूद इसके बृहस्पतिवार को दिल्ली में कई स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के ऊपर पहुंच गया है।
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार यह दावा करती रही है कि उसके प्रयास से दिल्ली में 25 फीसद प्रदूषण हो गया है। पिछले दिनों जब प्रदूषण का स्तर बेहद खराब हो गया था तब मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री यह प्रचार कर रहे थे कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से यह समस्या हुई है। अब प्रदूषण का स्तर बढ़ने से दिल्ली सरकार की झूठ सामने आ गई है।
विजेंद्र गुप्ता ने ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में भारी गिरावट आई है। ऐसे में अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पराली जलाने को दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का कारण बताकर अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते हैं। इस समय वायु प्रदूषण दिल्ली के स्थानीय कारणों से है जिसे दूर करने के लिए सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। सरकार की लापरवाही से लोग बीमार हो रहे हैं।