Delhi violence: हिंसा पीड़ितों को आर्थिक मदद और राशन देगी भाजपा: मनोज तिवारी
Delhi violence दिल्ली में हिंसा प्रभावित लोगों की मदद भाजपा करेगी। मनोज तिवारी ने कहा कि यह मदद दिल्ली भाजपा की टीम की तरफ से किया जाएगा।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा प्रभावित लोगों की मदद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) करेगी। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रेसवार्ता कर बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। मनोज तिवारी ने कहा कि भाजपा ने इस मामले में राहत एवं जांच समिति बनाई थी। इसके लिए जो टीम बनाई गई है वह टीम हिंसा प्रभावित इलाके में जाएगी। बेघरों और जरुरतमंदों को राशन (आटा-चावल, दाल और अन्य) खाद्य वस्तुओं को उपलब्ध कराया जाएगा।
मनोज तिवारी ने कहा कि यह मदद दिल्ली भाजपा की टीम की तरफ से किया जाएगा। पीड़ितों को पांच-पांच हजार रुपये भी दिया जाएगा। इस राशि का उपयोग लोग सब्जी और अन्य जरुरत की वस्तुओं की खरीददारी के लिए कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधुड़ी और सांसद गौतम गंभीर भी प्रभावित इलाकों में जाएंगे।
बता दें कि हिंसा के दौरान बड़ी संख्या में लोगों को नुकसान हुआ है। उपद्रवियों घरों और स्कूलों में भी नुकसान पहुंचाया है। हिंसा में अब तक करीब 50 लोग मर चुके हैं। जबकि कई लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रही है।
हिंसा पीड़ितों की समस्याओं का जल्द होगा निदान: राय
उधर, हिंसा पीड़ितों के दिल्ली सरकार ने राहत शिविर तैयार किए हैं। इसके अलावा मुआवजे का काम भी तेजी से चल रहा है। पीड़ितों की सभी समस्याओं का हर जल्द समाधान होगा। यह बातें मंत्री गोपाल राय ने बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र के कबीर नगर, कर्दमपुरी, ज्योति नगर, सुभाष मोहल्ला, उत्तरी घोंडा क्षेत्र में दंगा पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात के दौरान कहीं।
गोपाल राय ने कहा कि सभी आपसी भाईचारा बनाए रखें। साथ ही कहा कि जिला प्रशासन द्वारा हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने का काम चल रहा है। जिला प्रशासन के अधिकारी दंगा पीड़ितों के घर, दुकान, वाहन व मकान आदि का मुआयना कर रहे हैं। हर एक छोटी बड़ी समस्याओं को चिह्न्ति किया जा रहा है। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है जो लोग जहां पर हैं उन्हें वहीं सरकारी सुविधा देने का काम किया जा रहा है, जिससे पीड़ितों को सहुलियत हो सके।
ये भी पढ़ेंः Delhi violence: दंगों ने तोड़ा रिश्ता, एक घंटे में मिल गया दूसरा दूल्हा; राहत शिविर में हुई शादी