Delhi: NH-9 व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर लगा रहा है जाम, निगम की अनदेखी के कारण लोगों को हो रही दिक्कत
Traffic Jam गाजीपुर में दिल्ली नगर निगम के टोल नाके के चलते एनएच-नौ व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों को हर रोज जाम से जूझना पड़ रहा है। निगम की अनदेखी आम लोगों पर भारी पड़ रही है।
पूर्वी दिल्ली, जागरण संवाददाता। गाजीपुर में दिल्ली नगर निगम के टोल नाके के चलते एनएच-नौ व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों को हर रोज जाम से जूझना पड़ रहा है। निगम की अनदेखी आम लोगों पर भारी पड़ रही है। वह वाहन चालक भी बेवजह जाम में फंसकर परेशान हो रहे हैं, जिन्हें टोल देना ही नहीं है। उनकी यह परेशानी निगम को नजर नहीं आ रही है। भले से गर्मी में वाहन चालक पसीने-पसीने हो जाएं, लेकिन टोलकर्मी वसूली में व्यस्त रहते हैं।
टोल लेन की संख्या है कम
गाजीपुर में एनएच-नौ, सर्विस लेन और मेरठ एक्सप्रेस-वे पर निगम वाहनों से टोल वसूलता है। टोल लेन की संख्या कम है। यहां रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआईडी) व मैनुअल की टोल वसूल होता है। हर एक वाहन पर आरएफआईडी नहीं होता है, जिस वजह से मैनुअल टोल वसूल किया जाता है। सुबह और देर शाम को व्यस्त समय में टोल नाके के पास जाम ज्यादा लगता है, हाइवे पर वाहनों का दबाव अधिक होता है। यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है, शायद ही कोई दिन जाता होगा जब आम वाहन चालकों को जाम का सामना न करना पड़ता हो।
आम वाहनों की लेन आ जाते कमर्शियल वाहन
हाइवे पर हर रोज सफर करने वाले वाहन चालकों का कहना है निगम को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। टोल लेन को पूरी तरह से अलग कर देना चाहिए। जो कमर्शियल वाहन चालक लेन के बिना आए, उनपर जुर्माना लगाना चाहिए। अक्सर कमर्शियल वाहन आम वाहनों की लेन में आ जाते हैं और टोलकर्मी टोल वसूलने के लिए उन्हें रोक लेने हैं जिससे हाइवे पर जाम लगता चला जाता है।
दिल्ली नगर निगम में प्रेस एवं सूचना निदेशालय के निदेशक अमित कुमार ने कहा कि टोल लेन की संख्या बढ़ाने के लिए डीडीए से जगह मांगी है। जगह मिलने के साथ ही जब यहां टोल लेन की संख्या बढ़ जाएगी तो काफी हद समस्या का समाधान हो जाएगा। हमें उम्मीद है कि आने वाले कुछ माह में जमीन मिल जाएगी।