Move to Jagran APP

लाल किले के पास गिरफ्तार आंतकियों पर स्‍पेशल सेल ने कसा शिंकजा

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा दो महीने पहले लाल किला के पास से गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर के दो आतंकियों परवेज राशिद लोन व जमशीद जहूर पॉल पर सेल से पूछताछ करेगी।

By Edited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 10:46 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 09:09 AM (IST)
लाल किले के पास गिरफ्तार आंतकियों पर स्‍पेशल सेल ने कसा शिंकजा
लाल किले के पास गिरफ्तार आंतकियों पर स्‍पेशल सेल ने कसा शिंकजा

राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली दिल्ली। पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा दो महीने पहले लाल किला के पास से गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) के दो आतंकियों परवेज राशिद लोन उर्फ शाहिद व जमशीद जहूर पॉल पर सेल ने आतंकवाद और गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त होने की धाराएं भी लगा दी हैं।

loksabha election banner

स्पेशल सेल को दोनों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने के सुबूत मिले थे, उसके बाद यह धाराएं लगाई गई हैं। पहले दोनों पर आ‌र्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। दोनों आतंकियों को चार दिन की रिमांड पर लेकर सेल उससे पूछताछ करेगी। सेल के आला अधिकारी के अनुसार, दोनों से एहतेशाम बिलाल के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।

दोनों के खिलाफ सेल को जम्मू्-कश्मीर और हैदराबाद में मारे गए आइएसआइएस के आतंकियों के साथ संबंध होने के सुबूत मिले हैं। दोनों के पकड़े जाने के कुछ ही दिन बाद इनके आका भी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। गौरतलब है कि सितंबर में सेल ने दोनों को उस समय गिरफ्तार किया था, जब वे 7.65 बोर की पिस्टल लेकर बस से जम्मू-कश्मीर जाने वाले थे। सेल ने विदेशी हथियारों के साथ 10 कारतूस व चार मोबाइल फोन भी बरामद किया था।

उक्त हथियारों का इस्तेमाल आतंकी घटनाओं व सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल किया जाना था। दोनों जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। पूछताछ में दोनों ने बताया था कि वे आइएसजेके के आमीर आसिफ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के अमरोहा से हथियार लेकर जम्मू जा रहे थे।

परवेज का छोटा भाई फिरदौस राशिद लोन उर्फ अबु उमर बीते 24 जनवरी को शोपियां में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा जा चुका है। फिरदौस के साथ समीर अहमद लोन भी मारा गया था। फिरदौस 2016 में पहले हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। उस पर तीन लाख रुपये का इनाम भी था। दिसंबर में वह आइएसजेके में शामिल हो गया था, जिसके एक माह बाद वह मारा गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.