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दिल्ली के रानीखेड़ा मुंडका मार्ग पर बिना बारिश के जलभराव, नाराज लोगों ने प्रदर्शन कर लगाया जाम

जलभराव की समस्या का निदान नहीं होने से नाराज लोगों ने शनिवार को रानीखेड़ा मुंडका मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और मार्ग पर घंटों जाम लगाए रखा। जिसके चलते मार्ग पर लंबा जाम लग गया। कालोनियों में मानसून समाप्त होने के बाद भी जलभराव की समस्या बनी हुई है।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 02:12 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 02:12 PM (IST)
दिल्ली के रानीखेड़ा मुंडका मार्ग पर बिना बारिश के जलभराव, नाराज लोगों ने प्रदर्शन कर लगाया जाम
लोगों ने रानीखेड़ा मुंडका मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और मार्ग पर घंटों जाम लगाए रखा।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जलभराव की समस्या का निदान नहीं होने से नाराज लोगों ने शनिवार को रानीखेड़ा मुंडका मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया और मार्ग पर घंटों जाम लगाए रखा। जिसके चलते मार्ग पर लंबा जाम लग गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे कंझावला व प्रेमनगर थाने के पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। दरअसल, मुंडका इलाके के कई गांवों व कालोनियों में मानसून समाप्त होने के बाद भी जलभराव की समस्या बनी हुई है।

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लोगों के बार-बार शिकायतों के बावजूद सरकारी महकमा समस्या का निदान नहीं कर पा रहा है। ऐसे में लोगों को आवागमन में रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन में शामिल मोहित कुमार ने बताया कि रानी खेड़ा, रसूलपुर, मदनपुर गांव समेत भाग्य विहार कालोनी में महीनों जलभराव है। गांव व कालोनियों की सड़कों व गलियों में पानी भरे होने से लोगो को आवागमन में असुविधा हो रही है। खासकर स्कूली बच्चों को ज्यादा दिक्कतें होती हैं। निरंतर जलभराव के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है और लोगों को डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के चपेट में आने का डर सता रहा है।

लोग कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। जन प्रतिनिधियों से भी समस्या के निदान के लिए गुहार लगाई जा चुकी है। पूर्व में भी कई बार प्रदर्शन किए जा चुके हैं। लेकिन कोई समस्या के निदान को लेकर कार्रवाई नहीं कर रहा है। नतीजतन, लोगों में आक्रोश है और शनिवार को यह आक्रोश प्रदर्शन कर सड़क जाम लगाने के रूप में बाहर आया। जलभराव की समस्या से परेशान रमेश नागपाल ने बताया कि इलाके का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से नाकाम है। कालोनियों व गांवों में पक्की नालियों का अभाव है। बारिश व घरों के गंदे पानी की निकासी का कोई समुचित प्रबंध नहीं है।

जिसके चलते बारिश समाप्त होने के बाद भी कई कई दिनों तक लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है। अनिल कुमार ने बताया कि समस्या के निदान के लिए बड़े नाले का निर्माण जरूरी है। लेकिन अब तक उस पर कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। धर्मेंद्र, गुरदास पंडित, गौतम सिंह आदि ने बताया कि समस्या का समाधान जल्द नहीं किया गया तो क्षेत्र में आंदोलन किया जाएगा।


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