पहलवानों को इंडिया गेट पर धरने की नहीं मिलेगी अनुमति, रेसलर्स ने आमरण अनशन की कही थी बात
Wrestlers Protest पहलवानों को इंडिया गेट के आसपास धरना देने का अनुमति दिल्ली पुलिस नहीं देगी। सूत्रों के अनुसार कहा गया कि राष्ट्रीय स्मारक प्रदर्शन स्थल नहीं है। पहलवानों ने इंडिया गेट पर आमरण अनशन की बात कही थी।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों को इंडिया गेट पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिलेगी। सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय स्मारक प्रदर्शन स्थल नहीं है, किसी भी धरना देने की अनुमति नहीं है। पहलवानों ने हरिद्वार में गंगा में मेडल फेंकने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन का ऐलान किया था।
जंतर-मंतर से दिल्ली पुलिस द्वारा टेंट हटाने के बाद मंगलवार को पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा है कि वह अपने जीते हुए सभी मेडल को गंगा नदी में बहा देंगे। पहलवानों ने ट्विटर में एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा था कि वह मंगलवार को शाम छह बजे हरिद्वार जाकर अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करेंगे। अपने मेडल फेंकने के बाद इंडिया गेट पर भूख हड़ताल पर भी बैठेंगे।
बता दें कि दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवान करीब 37 दिनों से धरने पर बैठे थे। महिला पहलवानों ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद भाजपा सांसद के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। बृजभूषण पर एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पहलवानों ने धरना जारी रखा। उन्होंने भाजपा सांसद की गिरफ्तारी की मांग की।
28 मई को पहलवानों को जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च के दौरान दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। साथ ही जंतर-मंतर पर लगे टेंट को भी उखाड़ दिया। इसके अलावा पुलिस ने कहा कि अब पहलवानों को जंतर-मंतर पर धरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों समेत 109 लोगों पर दंगा सहित कई धाराओं में केस भी दर्ज किया।