डेढ़ करोड़ के कर्ज में आकर खुद रची थी मौत की साजिश, ATM से मिली सुराग से पुलिस ने ढूंढ़ा निकाला
पुलिस ने उसे मेरठ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से बरामद कर लिया। उसने बताया कि कर्ज लेकर लोगों को सूद पर रुपये दिए थे लेकिन लोग पैसे नहीं दे रहे थे। ऐसे में उसकी जान को खतरा था।
नई दिल्ली [संजय सलिल]। कंझावला इलाके से लापता पावर लिफ्टर दीपक डबास को रोहिणी जिला स्पेशल स्टाफ ने खोज निकाला है। पुलिस ने उसे सोमवार को मेरठ में ट्रेन से बरामद किया है। जांच में सामने आया है कि वह करीब डेढ़ करोड़ रुपये के कर्ज में दबे होने की वजह से खुद ही अपनी कार में आग लगाकर लापता हो गया था। इस बावत परिजनों की शिकायत पर कंझावला थाने में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।
15 मई को मिली थी जली कार
जानकारी के अनुसार 15 मई की रात को दीपक की कार जली हुई हालत में कंझावला इलाके में मिली थी। लेेकिन वह गायब था। मामले की जांच स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में एसआइ दिनेश दहिया की टीम को सौंपी गई थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दीपक पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का कर्ज है। 19 मई को शामली से उसकी पत्नी के एटीएम से ढाई हजार रुपये निकाले गए तो पुलिस को मामले में संदेह हुआ। ऐसे में टीम ने शामली पहुंचकर जांच की तो दीपक का सुराग मिला और पता चला कि वह हरिद्वार की ओर निकाला है। ऐसे में पुलिस टीम हरिद्वार पहुंचकर उसकी तलाश शुरू की तो पता चला कि वह सोमवार को हरिद्वार से ट्रेन से दिल्ली जा रहा है।
मेरठ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से बरामद
पुलिस ने उसे मेरठ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से बरामद कर लिया। उसने बताया कि कर्ज लेकर लोगों को सूद पर रुपये दिए थे, लेकिन लोग पैसे नहीं दे रहे थे। ऐसे में उसकी जान को खतरा था। चूंकि उसका डेढ़ करोड़ रुपये का एक्सीडेंटल बीमा कवर था इसलिए आत्महत्या करने की सोची और 15 मई को कार में आग लगा दी। कार में वह खुद भी बैठा था लेकिन दम घुटने पर कार से उतर गया और वहां से पैदल ही हरिद्वार की ओर चल दिया था।