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Delhi: उपराष्ट्रपति का नकली वॉट्सऐप अकाउंट बनाकर मदद मांगने वाले 2 शातिर गिरफ्तार, इटली से भारत पहुंचते ही धरा

उपराष्ट्रपति की तस्वीर के साथ नकली वॉट्सऐप प्रोफाइल बना वरिष्ठ नौकरशाहों से अवैध रूप से मदद लेने की कोशिश में जुटे दो शातिरों को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आपरेशंस (आईएफएसओ) ने गिरफ्तार किया है।

By Rakesh Kumar SinghEdited By: GeetarjunPublished: Mon, 06 Feb 2023 08:09 PM (IST)Updated: Mon, 06 Feb 2023 08:09 PM (IST)
Delhi: उपराष्ट्रपति का नकली वॉट्सऐप अकाउंट बनाकर मदद मांगने वाले 2 शातिर गिरफ्तार, इटली से भारत पहुंचते ही धरा
उपराष्ट्रपति की नकली वॉट्सऐप अकाउंट बनाकर मदद मांगने वाले 2 शातिर गिरफ्तार, इटली से भारत पहुंचते ही धरा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। उपराष्ट्रपति की तस्वीर के साथ नकली वॉट्सऐप प्रोफाइल बना वरिष्ठ नौकरशाहों से अवैध रूप से मदद लेने की कोशिश में जुटे दो शातिरों को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आपरेशंस (आईएफएसओ) ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक खुद को उपराष्ट्रपति के रूप में प्रतिरूपित करता था। दूसरा उसकी साजिश में शामिल था।

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डीसीपी आईएफएसओ प्रशांत गौतम के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम गगनदीप सिंह व अश्विनी कुमार है। गगनदीप सिंह, माखनपुर, बिश्नाह, जम्मू का रहने वाला है। 2007 से वह परिवार के साथ ओफ्नेंगो, इटली में रह रहा है। उसने नौवीं तक भारत में पढाई की और 12वीं इटली में की। इटली में एक कंपनी में वह मजदूरी करता है।

उसके कब्जे से दो मोबाइल जब्त किए गए हैं। तीन साल बाद वह जैसे ही भारत लौटा उसे दबोच लिया गया। इसी ने उपराष्ट्रपति की तस्वीर के साथ नकली वाट्स एप अकाउंट बनाया था। अश्विनी कुमार, समाना, पटियाला, पंजाब का रहने वाला है। वह समाना में दुकान चलाता है। गगनदीप को वाट्स एप अकाउंट के लिए इसने ओटीपी साझा किया था। उसके कब्जे से तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं।

पिछले वर्ष अक्टूबर में इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों पर निगरानी रखने के दौरान आइएसएसओ को उपराष्ट्रपति की तस्वीर वाले वाट्स एप अकाउंट से ठगी की कोशिश किए जाने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया। गगनदीप बहुत ही महत्वाकांक्षी युवक है। वह पेट्रोलपंप खोलना चाह रहा था।

इसलिए उसने यह हथकंडा अपनाया ताकि अपने मकसद में वह जल्द कामयाब हो सके। सूत्रों के मुताबिक उसने पेट्रोलियम मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों को संदेश भेज मदद लेने की कोशिश की थी लेकिन मकसद में कामयाब नहीं हो पाया था। गगनदीप के पिता 16 वर्षों से इटली में रह रहे हैं।

एसीपी मनीष जोरवाल के नेतृत्व में एसआई कपिल यदुवंशी, एएसआई टेकचंद,सिपाही महेंद्र की टीम ने जब वाट्स एप प्रोफाइल का विवरण प्राप्त किया था तब उसका आइपी पता इटली में पाया गया।

टीम ने सभी तकनीकी पहलुओं पर काम करना शुरू कर दिया था। पहले अश्विनी कुमार को गिरफ्तार किया गया जिसने वाट्स एप अकाउंट के लिए ओटीपी साझा किया था। व्यापक हाई-टेक जांच, मानवीय बुद्धिमत्ता और इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म से प्रदान किए गए तकनीकी विवरण की जांच ने के बाद गगनदीप सिंह को आईजीआई एयरपोर्ट से दबोच लिया गया। गगनदीप सिंह, उपराष्ट्रपति का फर्जी वाट्स एप अकाउंट बनाने से पहले कई यू-ट्यूब वीडियो देखा था। इसके बाद उसने वाट्स एप अकाउंट बनाने के लिए एक भारतीय नंबर का इंतजाम किया।


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