एक माह में भी कुख्यात गोगी का नहीं मिला सुराग, खाली हैं पुलिस के हाथ
दिल्ली पुलिस एक माह से दिल्ली समेत कई राज्यों में गोगी के लिए खाक छान रही हैं, लेकिन अब तक एक भी शूटर को गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं।
नई दिल्ली [जेएनएन]। बुराड़ी के संत नगर में चार लाख के इनामी कुख्यात जितेंद्र मान उर्फ गोगी व सुनील उर्फ टिल्लू गिरोहों के बीच गैंगवार में दो बदमाश समेत दो राहगीरों की मौत की घटना को एक माह बीत चुका है। अब तक दिल्ली पुलिस गोगी व उसके गिरोह के बदमाशों को नहीं दबोच पाई है। 18 जून की सुबह बुराड़ी थाने से चंद मीटर की दूरी पर सरेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए गोगी व उसके शूटरों ने विरोधी गिरोह के सदस्यों पर मुंबई अंडरवर्ल्ड स्टाइल में ताबड़तोड़ गोलियां चला दहशत फैला दी थी।
स्पेशल सेल को नहीं मिली कामयाबी
गैंगवार की जांच के लिए पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने उसी दिन केस को स्पेशल सेल में ट्रांसफर कर दिया था। पुलिस आयुक्त ने सेल व क्राइम ब्रांच को गोगी को ढूंढने में लगा दिया था। दिल्ली पुलिस की दोनों यूनिट एक माह से दिल्ली समेत कई राज्यों में गोगी के लिए खाक छान रही हैं, लेकिन अब तक एक भी शूटर को गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं। इससे साफ है कि दिल्ली पुलिस गोगी गिरोह के सामने बौनी साबित हो रही है।
हत्या की साजिश
टिल्लू गिरोह के तीन बदमाशों व उनके रिश्तेदार मुकुल की हत्या करने के लिए गोगी गुरुग्राम से लूटी गई सफेद रंग की फॉर्च्यूनर व क्रेटा कार से 8 शूटरों को लेकर वारदात को अंजाम देने संत नगर आया था। वारदात से पूर्व गोगी ने रेकी भी की थी। उसकी योजना बुलेटप्रूफ स्कार्पियो से आए सभी चार लोगों की हत्या कर देने की थी, लेकिन दो बदमाशों के स्कार्पियो कार के अंदर घुस जाने व एक के वापस जिम के अंदर भाग जाने की वजह से उनकी जान बच गई थी।
दो कारों का इस्तेमाल
मुकुल उर्फ सन्नी उर्फ भांजा के पकड़ लिए जाने पर बदमाशों ने उसे गोलियों से छलनी कर मौत के घात उतार दिया था। घटना वाली सुबह स्कार्पियो से मुकुल, जितेंद्र, सुरेंद्र व हिमांशु जब संत नगर स्थित जिम में पहुंचे थे तभी गोगी भी सफेद रंग की हरियाणा नंबर की नई फॉर्च्यूनर व क्रेटा से वहां आ धमका था। फॉर्च्यूनर डेढ़ महीना पहले गुरुग्राम के सेक्टर 29 से पिस्टल के बल पर लूटी गई थी। क्रेटा भी लूटी गई थी। गोगी दो कारों से इसलिए वारदात को अंजाम देने आया था ताकि एक कार खराब हो जाने, पुलिस के आ जाने अथवा कहीं फंस जाने पर उससे भागा जा सके।
एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार
पुलिस को जानकारी मिली है कि क्रेटा सवार बदमाशों के पास एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियार थे। वारदात के बाद गोगी जब फॉर्च्यूनर से घायल हेम चंदर को लेकर भागा तब दूसरी कार से उसके साथी भी भाग गए थे। गोलीबारी के दौरान गोगी गिरोह के हेम चंदर की जांघ में गोली लग गई थी। अत्यधिक खून बह जाने से कार में ही उसकी मौत हो जाने पर बदमाश उसे शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल के बाहर कार समेत छोड़कर भाग गए थे।