10वीं व 12वीं दोनों के पेपर लीक का मास्टरमाइंड निकला राकेश, पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के डीसीपी राम गोपाल नाइक के मुताबिक, 10वीं गणित पेपर लीक की जांच नतीजे तक पहुंच चुकी है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के दसवीं के गणित का पेपर भी हिमाचल प्रदेश के ऊना से लीक हुआ था। मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपित राकेश कुमार के रिश्ते की भाभी अंजू बाला समेत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ऊना शाखा के मैनेजर शेरू राम व हेड कैशियर ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया है।
राकेश कुमार डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल ऊना में कॉमर्स व अर्थशास्त्र विषय का शिक्षक था। उसे 12वीं अर्थशास्त्र का पेपर लीक करने के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। स्ट्रांग रूम से प्रश्नपत्र की चोरी की थी 23 मार्च को दसवीं के कंप्यूटर साइंस की परीक्षा वाले दिन राकेश कुमार जब यूनियन बैंक से प्रश्नपत्र लाने गया था तभी उसने स्ट्रांग रूम से 12वीं के अर्थशास्त्र विषय व दसवीं के गणित विषय का एक-एक प्रश्नपत्र चोरी कर लिया था। अर्थशास्त्र की परीक्षा 26 मार्च को होनी थी और गणित की 28 को। राकेश ने 23 मार्च की शाम ही दोनों विषयों के प्रश्नपत्र को वाट्सएप के जरिये लीक कर दिया था।
पेपर लीक की एफआइआर कराने के बाद सीबीएसई ने अर्थशास्त्र व गणित विषय का पेपर दोबारा से कराने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में सीबीएसई ने स्पष्ट कर दिया कि गणित विषय की परीक्षा दोबारा नहीं होगी।
आरोपितों को रिमांड पर लेकर होगी पूछताछ
संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार
के मुताबिक बीते 7 अप्रैल को क्राइम ब्रांच ने राकेश कुमार समेत डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के क्लर्क अमित शर्मा व चपरासी अशोक को गिरफ्तार कर अर्थशास्त्र विषय का प्रश्नपत्र लीक होने की गुत्थी सुलझाई थी। उस केस में राकेश कुमार को मुख्य आरोपित बनाया गया है।
इस केस में भी उसकी दोबारा गिरफ्तारी डाली गई है। क्राइम ब्रांच की एसआइटी ने बृहस्पतिवार को गणित विषय का प्रश्नपत्र लीक मामले में राकेश कुमार के रिश्ते की भाभी अंजू बाला, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ऊना शाखा के मैनेजर शेरू राम व हेड कैशियर ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया है।
इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। सीबीएसई के कई सारे गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया। तीनों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही सामने आने पर गिरफ्तार किया गया। आलोक कुमार के मुताबिक अंजू बाला फिरोजपुर (पंजाब) की रहने वाली है। वैसे मूलरूप से वह उत्तराखंड की है। 35 वर्षीय शेरू राम व 58 वर्षीय ओम प्रकाश दोनों हिमाचल के कांगड़ा जिले के रहने वाले हैं।
सीबीएसई की भूमिका नहीं आई सामने अबतक की जांच में सीबीएसई के किसी अधिकारी व कर्मचारी की भूमिका सामने नहीं आई है और न ही पैसों के लिए प्रश्नपत्र लीक किए जाने की बात सामने आई है। ऐसे हाथोंहाथ पहुंचा प्रश्नपत्र 23 मार्च को कंप्यूटर साइंस परीक्षा वाले दिन राकेश कुमार जब यूनियन बैंक में प्रश्नपत्र लाने गया था, तभी स्ट्रांगरूम से उसने 12वीं के अर्थशास्त्र व दसवीं के गणित विषय का एक-एक प्रश्नपत्र चोरी कर लिया था।
अर्थशास्त्र का पेपर तो राकेश ने उसके साथ आए डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के क्लर्क अमित शर्मा व चपरासी अशोक के जरिये डीएवी स्कूल भिजवा दिया था, लेकिन गणित का प्रश्नपत्र उसने अपनी कार में रख लिया था। शाम को घर लौटने पर राकेश ने अपने कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले दसवीं कक्षा के छात्र को घर बुलाकर उसे कोरे कागज पर प्रश्न लिखवा दिया और अपने मोबाइल से हस्त लिखित प्रश्नपत्र की तस्वीर खींच कर उसे अंजू बाला को वाट्सएप पर भेज दिया था।
अंजू बाला फिरोजपुर में एक इंस्टीट्यूट की लाइब्रेरी में काम करती है। उसने अपने बेटे के मोबाइल से प्रश्नपत्र पंचकूला में रहने वाली बहन को भेज दिया। उक्त महिला ने दिल्ली के रोहिणी में रहने वाली रिश्तेदार पूजा को भेज दिया। पूजा ने प्रश्नपत्र पश्चिम विहार में रहने वाली नीतू को भेज दिया। इस तरह परीक्षा वाले दिन तक सैकड़ों परीक्षार्थियों व अभिभावकों के पास प्रश्नपत्र पहुंच गए।
बता दें कि 10वीं की गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी। इसके बाद इसके लीक होने के मामला सामने आया था। हालांकि, इससे पहले 10वीं गणित पेपर लीक मामले में सीबीएससी छात्रों को बड़ी राहत दे चुका है। इसके तहत बोर्ड ने 10वीं की गणित की परीक्षा को दोबारा नहीं कराने का फैसला लिया है।
10वीं गणित की परीक्षा नहीं कराने का फैसला लेने के दौरान सीबीएसई ने कहा था कि लीक हुआ पेपर दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में सर्कुलेट हुआ था, ऐसे में यहां परीक्षा दोबार आयोजित की जा सकती है।
इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अनिल स्वरूप ने ट्वीट कर बताया था कि सीबीएसई के कक्षा 10 के गणित के पेपर के कथित तौर पर लीक होने के प्रभाव के प्रारंभिक मूल्यांकन के बाद और छात्रों के सर्वोपरि हित को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने दिल्ली, एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) और हरियाणा में भी फिर से परीक्षा आयोजित न करने का फैसला किया है। ऐसे में कक्षा 10 की परीक्षा दोबारा नहीं होगी।