Delhi Police News: एम्स से MBBS भाई और IIM से MBA की हुई बहन ने की 16 करोड़ की धोखाधड़ी, दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार
वर्ष 2021 में नोएडा सेक्टर 134 के रहने वाले डाक्टर गंधर्व गोयल ने दोनों भाई बहनों के खिलाफ धोखाधड़ी शिकायत की थी। बताया गया कि दोनों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर से उनके शेयर को नौ सौ रुपये में खरीद लिया और उसे 16 करोड़ रुपये में बेच दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Police News: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू)ने 16 करोड़ की धोखाधड़ी में भाई-बहन को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार भाई एम्स से डाक्टर की पढ़ाई कर चुका है, जबकि बहन साफ्टवेयर इंजीनियर और आइआइएम से एमबीए किया हुआ है।
दोनों ने एक एप आधारित कारोबार शुरू किया और फर्जीवाड़ा कर अपनी कंपनी के निदेशक के शेयर को कम दाम में बेचकर उन्हें कंपनी से निकाल दिया। इससे निकाले गए निदेशक को 16 करोड़ का नुकसान हुआ। गिरफ्तार आरोपितों में पंचशील एन्क्लेव के चेरियन और बेंगलुरु की मीनाक्षी है।
ईओडब्ल्यू के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार, वर्ष 2021 में नोएडा सेक्टर 134 के रहने वाले डाक्टर गंधर्व गोयल ने दोनों भाई बहनों के खिलाफ धोखाधड़ी शिकायत की थी। बताया गया कि दोनों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर से उनके शेयर को नौ सौ रुपये में खरीद लिया और बाद में उसे 16 करोड़ रुपये में नए निवेशकों को बेच दिया। जिससे उन्हें 16 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
उन्होंने बताया कि वह और चेरियन एम्स से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी। दोनों ने मिलकर सिनैप्सिका टेक्नोलाजीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई। चेरियन की बहन मीनाक्षी सिंह भी साफ्टवेयर विकसित करने की दृष्टि से कंपनी में शामिल हुई।
साफ्टवेयर का काम बिना रेडियोलाजिस्ट डाक्टर के सीटी स्कैन, एक्स-रे और एमआरआइ का रिपोर्ट तैयार करना था। मीनाक्षी भी उक्त कंपनी में निदेशक और शेयरधारक बन गई। दिसंबर 2019 में कंपनी वाइ-काम्बिनेटर में चयनित हो गई और निवेशकों ने कंपनी में पांच करोड़ रुपये का निवेश किया।
अमेरिका में कंपनी का कारोबार बढ़ाने के लिए सिनैप्सिका हेल्थकेयर इंक के नाम से एक और कंपनी शामिल की गई। जांच में पता चला कि डा चेरियन और मीनाक्षी ने अपनी में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए यूएस में सिनैप्सिका हेल्थकेयर इंक कंपनी बनाई थी।
बाद में इसी कंपनी के जरिए डा गंधर्व गोयल के सिनैप्सिका टेक्नोलाजीज प्राइवेट लिमिटेड के शेयर को एक एप के जरिये जाली हस्ताक्षर लेकर खरीद लिया। इसके बाद उसी शेयर को निवेशकों को 16 करोड़ में बेच दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपित दोनों भाई-बहन को तमिलनाडु के डिंडीगुल स्थित वाइल्ड राक रिजार्ट से गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि दोनों भाई बहन गंधर्व गोयल के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर संरचित ऐप आधारित व्यवसाय शुरू किया। जब कंपनी में निवेश फला-फूला, तो दोनों ने जाली और मनगढ़ंत दस्तावेजों के आधार पर गंधर्व गोयल को कंपनी से बाहर कर दिया। आरोपित डाक्टर चेरियन ने एम्स दिल्ली से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की है, मीनाक्षी ने बीई (कंप्यूटर साइंस) और आइआइएम से एमबीए किया हुआ है।