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JNU Sedition case: चार्जशीट के बाद कन्‍हैया ने मोदी को कहा 'थैंक्‍स', अब 19 को होगी सुनवाई

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में 2016 को आतंकी अफजल गुरु की बरसी पर देश के खिलाफ हुई नारेबाजी को लेकर दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट ने 1200 पेज की चार्जशीट दायर की है।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 09:29 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 11:41 AM (IST)
JNU Sedition case: चार्जशीट के बाद कन्‍हैया ने मोदी को कहा 'थैंक्‍स', अब 19 को होगी सुनवाई

नई दिल्ली, जेेएनएन। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru University) में 9 फरवरी, 2016 को आतंकी अफजल गुरु की बरसी पर देश के खिलाफ हुई नारेबाजी को लेकर दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में कन्‍हैया कुमार समेत 10 लोगों के खिलाफ 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की है।

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मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के मेट्रो पोलिटन मजिस्ट्रेट के छुट्टी पर होनेे के चलते अब इस मामले में 19 जनवरी को सुनवाई होगी। इससे पहले सोमवार को चार्जशीट पर कन्‍हैया कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं मोदी और पुलिस का धन्‍यवाद देना चाहता हूं। 

इस चार्जशीट में शामिल 10 लोगों में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, सैयर उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के नाम शामिल हैं। कन्‍हैया कुमार के साथ अपराजिता राजा का नाम भी पुलिस ने केस में दर्ज किया है। शहला राशिद और सीपीआइ लीडर डी राजा की बेटी अपराजिता राजा हैं।

दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया है कि कन्हैया ने देशद्रोही नारों का समर्थन किया है। इसे दिल्ली पुलिस ने लोगों के बयान से स्टेबलिश किया है। वहीं, कन्हैया की मौजूदगी को वीडियो से स्टेबलिश किया गया है। इस केस में पुलिस ने कन्‍हैया कुमार को मुख्‍य आरोपी बनाया है।

वहीं अनिर्बान, उमर खालिद और सात कश्मीरी छात्र भी आरोपित हैं। पुलिस को कन्हैया का भाषण देते हुए एक वीडियो भी मिला है। चार्जशीट के मुताबिक कन्हैया कुमार ने भी लगाए देश विरोधी नारे लगाए हैं। बताया जा रहा है कि स्पेशल सेल ने इस संबंध में दिल्ली पुलिस कमिश्नर और अभियोग से जरूरी निर्देश ले लिए हैं।  


इधर कन्‍हैया कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं मोदी जी और पुलिस का धन्‍यवाद देना चाहता हूं। उन्‍होंने कहा कि घटना के तीन साल बाद जब चुनाव नजदीक आ गए हैं तब चार्ज शीट दाखिल की गई है। इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ होता है कि यह राजनीति से प्रेरित है। उन्‍होंने न्‍याय व्‍यवस्‍था पर भरोसा जताते हुए कहा कि मुझे अपने देश की न्यायपालिका पर भरोसा है। 

गौरतलब है कि 12 सितंबर, 2018 को बताया था कि जिन अन्य छात्रों के नाम इसमें शामिल हैं और ये सभी जम्मू-कश्मीर राज्य के रहने वाले हैं। इनके नाम आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली, और खलिद बशीर भट हैं। 

कन्हैया पर है यह आरोप
सूत्रों के मुताबिक, जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर आरोप है कि उसने 9 फरवरी की शाम प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया था। आरोप यह भी है कि जेएनयू परिसर में अफजल गुरु की बरसी पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए अनुमति की प्रक्रिया अधूरी थी। 


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