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दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना के कानूनी सलाहकार सुरेश चंद्रा ने दिया इस्तीफा

दिल्ली पुलिस आयुक्त के कानूनी सलाहकार रहे सुरेश चंद्रा ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह आयुक्त द्वारा मुख्यालय में बनाए गए सीपी सचिवालय में तैनात थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक सुरेश चंद्रा सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 06:47 AM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 07:34 AM (IST)
दिल्ली पुलिस कमिश्नर के कानूनी सलाहकार सुरेश चंद्रा ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली पुलिस आयुक्त के कानूनी सलाहकार रहे सुरेश चंद्रा ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह आयुक्त द्वारा मुख्यालय में बनाए गए सीपी सचिवालय में तैनात थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक सुरेश चंद्रा सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। उन्हें अस्थायी सलाहकार के तौर पर छह महीने के लिए अनुबंध पर नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल कुछ महीने ही बचा था लेकिन कार्यकाल खत्म होने से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया। अधिकारी का कहना है कि उन्होंने स्वास्थ्य आधार पर इस्तीफा दिया है। आयुक्त ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।

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सुरेश चंद्रा इससे पहले दिल्ली सरकार में अभियोजन निदेशक के तौर पर काम कर चुके हैं। बता दें कि इस साल जुलाई में गुजरात कैडर के आईपीएस राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस में आयुक्त का पदभार ग्रहण किया था। उनकी नियुक्ति सीमा सुरक्षा बल के डीजी पद से सेवानिवृत्ति के दो दिन पहले हुई थी। उन्हें एक साल के लिए सेवा विस्तार भी दिया गया है।

राकेश अस्थाना से पहले आईपीएस अधिकारी बालाजी श्रीवास्तव ने जून के अंत में एसएन श्रीवास्तव के सेवानिवृत्ति के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त पदभार संभाला था लेकिन 27 दिन बाद ही उन्हें हटाकर अस्थाना को दिल्ली पुलिस का मुखिया बना दिया गया। दिल्ली पुलिस के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 27 दिन में ही आयुक्त को बदल दिया गया।

डीसीपी ने बच्चों को दिया मित्र पुलिस का संदेश

उधर, दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस ने बाल दिवस के उपलक्ष्य में उपायुक्त कार्यालय परिसर में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया। अयास प्रयास एनजीओ द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। पुलिस ए फ्रेंड थीम पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस उपायुक्त ईशा पांडे ने की। प्रतियोगिता में 10 से 15 वर्ष आयु वर्ग के 60 बच्चों ने भाग लिया।

ईशा पांडे ने बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित करते उन्हें समाज की बेहतरी के लिए उनके नैतिक कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस को दोस्त समझना है। जो लोग नियम कानून का पालन करते हैं उन्हें पुलिस कभी परेशान नहीं करती है। पुलिस केवल अपराधियों को परेशान करती है। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल हुए और विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया।


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