सिपाही ने 'साथी' पर लगाया कुकर्म का आरोप, जांच में सामने आई एक सनसनीखेज सच्चाई
पूछताछ में पता चला कि दोनों समलैगिक हैं और उनके बीच वर्ष 2008 से संबंध हैं। आला अधिकारियों तक बात पहुंचने पर पीड़ित ने थाने में लिखित में कहा कि उसे कुछ गलतफहमी हो गई थी।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली पुलिस के सिपाही ने अपने ही साथी सिपाही पर कुकर्म करने का गंभीर आरोप लगाकर सोमवार को महकमे में सनसनी फैला दी। पीड़ित सिपाही ने पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) में शिकायत की। पीसीआर ने उसका बयान दर्ज कर बाराखंभा थाने को जानकारी दी। आला अधिकारियों तक बात पहुंचने पर सिपाही ने कुछ ही घंटे में शिकायत वापस भी ले ली।
दिल्ली पुलिस में इस तरह की घटना पहली बार सामने आई है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से मुक्त करने का फैसला सुनाने के बाद दिल्ली में भी ऐसी पहली घटना प्रकाश में आई है।
पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक पीड़ित व आरोपित सिपाही में से एक की तैनाती यातायात पुलिस व दूसरे की सुरक्षा विंग में है। दोनों उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं। सोमवार सुबह शिवाजी ब्रिज स्टेशन के बाहर दोनों के बीच किसी बात पर झगड़ा हुआ। इसके बाद एक सिपाही ने सुबह 7.05 बजे 100 नंबर पर शिकायत कर दी।
उसने बताया कि एक सिपाही कई वर्षों से उसके साथ कुकर्म कर रहा है। उसकी हरकतों से वह तंग आ चुका है। कॉल मिलते ही बाराखंभा इलाके से पीसीआर वैन उसके पास पहुंची। मौके पर दोनों सिपाही मिले। कुछ ही मिनट में थाने की पुलिस भी वहां पहुंच गई। उन्हें थाने लाया गया।
पूछताछ में पता चला कि दोनों समलैगिक हैं और उनके बीच वर्ष 2008 से संबंध हैं। आला अधिकारियों तक बात पहुंचने पर पीड़ित ने थाने में लिखित में कहा कि उसे कुछ गलतफहमी हो गई थी, वह मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहता है। इसके बाद दोनों को छोड़ दिया गया।
इस मामले में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता व नई दिल्ली जिले के डीसीपी मधुर वर्मा का कहना है कि वह जांच करवा रहे हैं कि सिपाहियों के बीच किस तरह के संबंध हैं। अगर उसने झूठी कॉल की है तो कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि सिपाही को झूठी कॉल नहीं करनी चाहिए। इसके बाद वह दोनों सिपाहियों के संबंधित यूनिटों के आला अधिकारियों को रिपोर्ट भेजकर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखेंगे।