बम की तीन काल मिलने से कई घंटे परेशान रही दिल्ली पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां
बुधवार शाम एक के बाद एक तीन बम की काल मिलने से दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां कई घंटे तक परेशान रही। गाजीपुर फूल मंडी के बाहर आरडीएक्स मिलने के बाद से राजधानी की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां बेहद दबाव में है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। गणतंत्र दिवस समारोह का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है राजधानी में बम रखे होने की काल आने से दिल्ली पुलिस समेत सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां खासी परेशान हैं। बुधवार शाम एक के बाद एक तीन बम की काल मिलने से दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां कई घंटे तक परेशान रही। गाजीपुर फूल मंडी के बाहर गत 14 जनवरी को आरडीएक्स मिलने के बाद से राजधानी की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां बेहद दबाव में है। राजधानी पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है।
गाजीपुर फूल मंडी के बाहर आरडीएक्स मिलने के मामले में दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियों को अबतक कोई सुराग नहीं मिलने से सभी वैसे ही भारी दबाव में है ऐसे में बुधवार को राजधानी में एक के बाद एक तीन बम की काल मिलने के मामले ने पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। नई दिल्ली जिले को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जिले में पुलिस व पैरा मिलिट्री की 40 कंपनियां तैनात कर दी गई है।
मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक बम की पहली काल शाम सात बजे मिली। कालर ने बताया कि सीजीओ काम्पलेक्स स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय में बम रखा हुआ है। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस के अलावा बम स्क्वायड व डाग स्क्वायड समेत फायर ब्रिगेड व कैट एम्बुलेंस की टीम मोके पर पहुंच गई। मुख्यालय को खाली कराकर सघन चेकिंग की गई। स्पेशल सेल द्वारा कालर के लोकेशन की जांच करने पर उसका लोकेशन तेलंगना में मिला।
दूसरी काल शाम 7.12 बजे मिली। कालर ने बताया कि साकेत मेट्रो स्टेशन के गेट पर बम रखा हुआ है। तीसरी काल देर शाम 8.15 बजे मिली। कालर ने बताया कि उसकी गाड़ी में किसी ने बम रख दिया है। स्पेशल सूत्रों का कहना कि तीनों कालर के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही है। अभी तीनों काल को फर्जी नहीं बताया जा सकता है। तीनों कालर की पहचान कर उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी। उसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जाएगा।
गाजीपुर फूल मंडी के बाहर आरडीएक्स मिलने के मामले में जांच एजेंसी का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। एक साथ दिल्ली समेत पंजाब व श्रीनगर में आरडीएक्स मिले हैं। सभी एजेंसियां जांच में जुटी है। आतंकियों को बेहतर तरीके से पहले यह प्रशिक्षण दिया जाता है कि वे अच्छी तरीके से रेकी करने के बाद ही बम रखें ताकि सीसीटीवी कैमरे की जद में नहीं आए। इसलिए सीसीटीवी फुटेज से आतंकियों की पहचान करना आसान नहीं होगा। स्पेशल सेल समेत सभी एजेंसियां सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच में जुटी है।