Earthquake Updates: धरती की कोख में सब कुछ सामान्य चल रहा है या नहीं? पता लगाने की तैयारी तेज
Earthquake Updates धरती में चल रही हलचल का पता लगाने के लिए एनजीआरआइ (हैदराबाद) के विज्ञानी जहां इमेजिंग मॉनीटरिंग और मॉडलिंग इत्यादि तकनीकों का सहारा ले रहे हैं।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Earthquake Updates: दिल्ली-एनसीआर में हाल फिलहाल में आए तकरीबन 20 भूकंपों ने राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Seismology Center) की भी चिंता बढ़ा दी है। आलम यह है कि इन भूकंपों पर राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (National Geophysical Research Institute) तो शोध कर ही रहा है, एनएससी भी 36 सिस्मोग्राफ (भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का पैमाना) के जरिये निगाह रख रहा है। यह अलग बात है कि अभी तक इस दिशा में कुछ ठोस नतीजे सामने नहीं आए हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के लगभग 20 झटके लगे, भूकंप के झटकों का सिलसिला 12 अप्रैल से शुरू हुआ, जिसके बाद अब तक तकरीबन 20 भूकंप के झटके लग चुके हैं। अकेले दिल्ली में ही 6 से अधिक बार भूकंप आ चुका है। इसमें अहम बात यह है कि हर बार भूकंप का अधिकेंद्र दिल्ली-एनसीआर रहा। हालांकि किसी भी बार भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा नहीं रही।
वहीं, दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में आ रहे भूकंप को लेकर केंद्रीय भूविज्ञान मंत्रालय तमाम पहलुओं की पड़ताल करा रहा है। मंत्रालय यह सुनिश्चित कर लेना चाहता है कि धरती की कोख में सब कुछ सामान्य ही चल रहा है या नहीं? बताया जाता है कि इस दिशा में एनजीआरआइ (हैदराबाद) के विज्ञानी जहां इमेजिंग, मॉनीटरिंग और मॉडलिंग इत्यादि तकनीकों का सहारा ले रहे हैं। वहीं एनएससी 36 सिस्मोग्राफ के जरिये धरती के भीतर की हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर निगाह रख रहा है। इनमें से 25 स्थायी सिस्मोग्राफ तो दिल्ली-एनसीआर के 300 किलोमीटर की परिधि में पहले से लगे हुए हैं, 11 हाल ही में अस्थायी तौर पर लगाए गए हैं।
एनएससी के मुताबिक, इनमें से तीन सिस्मोग्राफ रोहतक, तीन गुरुग्राम, दो ग्रेटर नोएडा, एक सोनीपत, एक लोनी और एक रोहिणी में लगाया गया है। इनकी मदद से धरती की हर हलचल का विश्लेषण करके निष्कर्ष रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
पांच में से तीन फाल्ट लाइन में हलचल ज्यादा
भूकंप की संवेदनशीलता के लिहाज से सिस्मिक जोन चार में शामिल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के नीचे से पांच फाल्ट लाइन गुजरती हैं। इनमें से तीन फाल्ट लाइन पर इन दिनों सबसे ज्यादा हलचल देखने को मिल रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली-हरिद्वार रिज फाल्ट लाइन, महेंद्रगढ़-देहरादून फाल्ट लाइन, दिल्ली-मथुरा फाल्ट लाइन में हलचलें ज्यादा हैं। इसके अलावा, दिल्ली-सरगोधा फाल्ट लाइन और मुरादाबाद फाल्ट लाइन भी यहां से गुजरती है। मंत्रालय के स्तर पर अध्ययन करने को कहा गया है।
जेएल गौतम, वरिष्ठ विज्ञानी व प्रमुख (ऑपरेशन) एनएससी का कहना है कि धरती के भीतर हर छोटी-बड़ी हलचल को नोट किया जा रहा है। अभी तक कुछ ठोस सामने नहीं आया है। हालांकि अध्ययन में वक्त लगता है, इसलिए निष्कर्ष के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
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