दिल्ली मुंडका आग हादसे में 110 नमूने पहुंचे फोरेंसिक लैब में, 10 टीम कर रही जांच; हादसे में 27 लोगों की हुई थी मौत
Delhi Mundka Fire News 13 मई को मुंडका स्थित चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी। इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई थी और 27 लोग घायल हुए थे। अभी तक सिर्फ आठ शव की पहचान हो पाई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मुंडका अग्निकांड में 27 लोगों की हुई मौत के बाद अब लापता लोगों के स्वजन की निगाह रोहिणी स्थित फोरेंसिक लैब पर टिकी हुई है। यहां पर नमूनों का डीएनए प्रोफाइल बनने के बाद शव की पहचान हो पाएगी। इस हादसे से संबंधित 110 नमूने फोरेंसिक लैब में पहुंचे हैं, जिसमें 40 नमूने फोरेंसिक की टीम ने घटनास्थल से उठाए थे, वहीं 70 नमूने पुलिस ने लैब को भेजे हैं।
सूत्रों का कहना है कि 80 नमूनों का डीएनए प्रोफाइल बनेगा। अभी तक चार नमूनों का प्रोफाइल बनकर तैयार हुआ है। कुछ और नमूने का प्रोफाइल बनने के बाद पुलिस को जानकारी देकर शव की पहचान की कोशिश शुरू कर दी जाएगी। फोरेंसिक विशेषज्ञों की 10 टीमें डीएनए का प्रोफाइल बनाने में जुटी हुई हैं।फोरेंसिक विशेषज्ञ ने बताया कि यह बहुत बड़ी घटना थी।
लिहाजा डीएनए प्रोफाइल बनाने का कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। इसमें करीब दो सप्ताह का समय और लगेगा। वहीं, पुलिस की ओर से 27 लापता लोगों के स्वजन से नमूने लेकर फोरेंसिक लैब में भेज दिए गए हैं।
फोरेंसिक विशेषज्ञ ने बताया कि इसके अलावा लैब में इस बात की भी जांच की जा रही है कि इमारत में आग कैसे लगी। आग शार्ट सर्किट से लगी या फिर किसी ने पेट्रोल या फिर अन्य ज्वलनशील पदार्थ से आग लगाई है। यह सब जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
बता दें, 13 मई को मुंडका स्थित चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी। इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई थी और 27 लोग घायल हुए थे। अभी तक सिर्फ आठ शव की पहचान हो पाई है।
मामले में पुलिस ने मकान मालिक मनीष लाकड़ा व कंपनी संचालक हरीश गोयल व वरुण गोयल को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।