Delhi Metro News: ब्लू लाइन पर मेट्रो यात्रियों को हो रही परेशानी, देर से मिल रही ट्रेन
Delhi Metro Blue Line Update मेट्रो के यात्रियों को बुधवार सुबह ब्लू लाइन पर कुछ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी/वैशाली के लिए जाने वाली मेट्रो सेवाओं में देरी हो रही है। डीएमआरसी ने इस संबंध में जानकारी दी है।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो (Delhi Metro) की ब्लू लाइन पर सफर करने वाले यात्रियों को बुधवार सुबह कुछ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली मेट्रो के दूसरे सबसे व्यस्त कारिडोर ब्लू लाइन पर आज सेवाओं में देरी हो रही है।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के मुताबिक, द्वारका सेक्टर 21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी और वैशाली के लिए सेवाओं में देरी हो रही है। वहीं अन्य सभी लाइनों पर सेवाएं सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं।
Blue Line Update
Delay in services from Dwarka Sector 21 to Noida Electronic City/Vaishali.
Normal service on all other lines.
— Delhi Metro Rail Corporation I कृपया मास्क पहनें😷 (@OfficialDMRC) October 5, 2022
नोएडा के यात्रियों को हो रही परेशानी
मेट्रो सेवाओं में देरी होने से नोएडा के यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन से सेक्टर-16 मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने में ही यात्रियों को 40 मिनट का समय लग रहा है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले दो अक्टूबर दिन रविवार को दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। दिल्ली मेट्रो के दूसरे सबसे व्यस्त कारिडोर ब्लू लाइन पर रविवार को यमुना बैंक से अक्षरधाम के बीच मेट्रो ट्रैक पर मेंटेनेंस का काम चलने की वजह से ऐसा हुआ था।
इस वजह से रविवार को ब्लू लाइन पर दोपहर दो बजे तक द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा इलेक्ट्रानिक सिटी तक सीधी मेट्रो सेवा बाधित रही थी।
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फेज-4 के सभी एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों पर लगेगा 10 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र
दिल्ली मेट्रो रेल निगम परंपरागत बिजली की जगह सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाने पर लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली में निर्माणाधीन फेज चार के सभी एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे।
माना जा रहा है कि इससे 10 मेगावाट बिजली उत्पन्न हो सकेगी। डीएमआरसी के मुताबिक, मेट्रो में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जा रहा है। अगले नौ साल में मेट्रो बिजली की अपनी 50 प्रतिशत जरूरतें सौर ऊर्जा से ही पूरी करेगी। इससे परंपरागत बिजली की बचत होगी।