नए साल में दूर होगी पानी की किल्लत, दिल्ली जल बोर्ड ने तैयार किया प्लान
जल बोर्ड ने रेनी वेलों के नवीनीकरण का काम शुरू कर दिया है। नए साल में मई-जून तक उनसे छह एमजीडी (मिलियन गैलन डेली) पानी आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी में पानी की किल्लत बड़ी समस्या है लेकिन अब नए साल में हालात बदल सकते हैं। पेयजल आपूर्ति में सुधार होगा। दिल्ली जल बोर्ड ने गर्मियों में पानी की मांग और आपूर्ति में अंतर को कम करने के लिए अपने स्रोतों से 21 एमजीडी जलापूर्ति बढ़ाने की योजना तैयार की है। इसके तहत दक्षिणी दिल्ली में चार सालों से बंद पड़े रेनी वेल को दोबारा शुरू किया जाएगा। इससे नए साल में पानी की आपूर्ति बढ़ेगी और पेयजल किल्लत कम होगी।
जल बोर्ड के अनुसार दक्षिणी दिल्ली में यमुना से सटे इलाकों में भूजल स्तर काफी ऊंचा है। लिहाजा बदरपुर इलाके में पहले तीन रेनी वेल लगाए गए थे। फिलहाल ये वेल वर्ष 2012 से बंद पड़े है। जल बोर्ड ने उन रेनी वेलों के नवीनीकरण का काम शुरू कर दिया है। नए साल में मई-जून तक उनसे छह एमजीडी (मिलियन गैलन डेली) पानी आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इससे दक्षिणी दिल्ली के ओखला इलाके में पानी की समस्या कम होगी।
जानिये, सदियों से चली आ रही किस परंपरा के खिलाफ खड़े हुए लोग
इसके अलावा दिल्ली जल बोर्ड ने द्वारका में दो तालाबोंं के विकास की योजना तैयार की है। उन तालाबों में पप्पनकला सीवरेज शोधन संयंत्र से पानी ले जाकर एकत्रित किया जाएगा। उस पानी से भूजल रिचार्ज किया जाएगा। इसके बाद भूजल से करीब 15 एमजीडी पानी शोधित कर पेयजल के लिए आपूर्ति की जाएगी। इस तरह जल बोर्ड ने नए साल में 21 एमजीडी पानी आपूर्ति बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में प्रतिदिन करीब 1100 एमजीडी पानी की जरूरत होती है। जल बोर्ड ने करीब 905 एमजीडी पानी आपूर्ति करता है। तीन रेनी वेल से पानी आपूर्ति शुरू होने पर गर्मियों में 911 एमजीडी पानी आपूर्ति हो सकेगा। यदि द्वारका में तालाबों के पानी से भूजल रिचार्ज कर आपूर्ति आपूर्ति की योजना परवान चढ़ी तो 926 एमजीडी तक जल बोर्ड पानी आपूर्ति कर सकेगा। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
नोटबंदी पर केजरीवाल का हमला- मोदी बने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हास्य का विषय