डॉक्टरों ने की दुर्लभ सर्जरी, 15 साल बाद सीधा खड़ा हो सका युवक, इस बीमारी से था पीड़ित
धीरज की रीढ़ की हड्डी के डिस्क आपस में जुड़ गए थे। इसके अलावा दोनों कुल्हे की हड्डी व ज्वाइंट भी जुड़ गए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। रीढ़ की गठिया की गंभीर बीमारी से पीड़ित राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले 28 वर्षीय युवक धीरज की इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर के डॉक्टरों ने सर्जरी की। जिससे 15 सालों बाद वह सीधा खड़ा हो सके। अस्पताल के डॉक्टरों का दावा है कि यह दुर्लभ सर्जरी है। वह बिस्तर पर सीधा लेट पाने में सक्षम नहीं थे।
हड्डियां आपस में जुड़ जाती हैं
अस्पताल के स्पाइनल सर्जरी के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. गुरुराज संगोंदिमथ ने कहा कि धीरज ऐंकिलोजिंग स्पांडिलाइटिस नामक गठिया की बीमारी से पीड़ित हैं। इस बीमारी में हड्डियां आपस में जुड़ जाती हैं। धीरज की रीढ़ की हड्डी के डिस्क आपस में जुड़ गए थे। इसके अलावा दोनों कुल्हे की हड्डी व ज्वाइंट भी जुड़ गए थे। इसलिए वह सीधा खड़ा नहीं हो रहे थे और उनका शरीर जमीन के समानांतर तक झुक गया था। इस वजह से वर्ष 2003 से वह सामने की तरफ देख नहीं पाते थे।
जरूरी था ऑपरेशन
पिछले तीन-चार सालों से परेशानी ज्यादा बढ़ गई थी। सोते वक्त उनका सिर बिस्तर से नहीं लग पाता था। सोते वक्त भी ऐसा लगता था कि वह बैठे हुए हैं। इस साल अप्रैल में पहले सर्जरी कर कुल्हे बदले गए थे। इसके बाद रीढ़ को ठीक करना जरूरी था।
हड्डी स्क्रू के सहारे सीधी की गई
17 सितंबर को उनकी सर्जरी की गई और उनकी रीढ़ की हड्डी स्क्रू के सहारे सीधी की गई। यह सर्जरी आठ घंटे चली। इस दौरान हड्डी काटकर डिस्क अलग-अलग किए गए और उन्हें स्क्रू से जोड़ा गया। इसमें 18 स्क्रू इस्तेमाल हुए हैं। अब वह किसी चीज का सहरा लेकर सीधा खड़ा होने लगे हैं। मरीज की फिजियोथेरपी चल रही है। बाएं पैर में थोड़ी कमजोरी है, लेकिन उम्मीद है कि वह सामान्य जीवन जीने में सक्षम होंगे।