मौलाना साद मामले की जांच NIA को नहीं सौंपना चाहती पुलिस, HC में याचिका का किया विरोध
हाई कोर्ट ने निजामुद्दीन तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई 28 मई तक के लिए टाल दी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना साद मामले के खिलाफ चल रही जांच तत्काल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंपने की मांग को लेकर दायर याचिका का दिल्ली पुलिस ने विरोध किया है। न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल व न्यायमूर्ति एजे भंबानी की पीठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता से याचिका का समर्थन करने वाले अदालत के किसी फैसले को पेश करने का आदेश दिया।
दिल्ली सरकार की तरफ से पेश हुए स्टैंडिंग काउंसल राहुल मेहरा ने कहा कि दिल्ली पुलिस सही तरीके से मामले की जांच कर रही है और याचिकाकर्ता को याचिका दाखिल करने का कोई आधार नहीं है। पीठ ने दलीलों को सुनने बाद सुनवाई 28 मई तक के लिए स्थगित कर दी।
दरअसल हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसमें कहा गया है कि मौलाना साद के खिलाफ चल रही जांच को जल्द से जल्द एनआइए को सौंपी जाए। मुम्बई के एक अधिवक्ता ने याचिका दायर कर जांच एनआइए को देने का केंद्र व दिल्ली सरकार के साथ दिल्ली पुलिस को निर्देश देने की मांग की है। अधिवक्ता यश चतुर्वेदी के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने 31 मार्च को सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज था। प्रवर्तन निदेशालय ने भी साद के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
याचिका में आरोप लगाया गया कि साद द्वारा किये गए गंभीर कृत्य के बावजूद भी निर्धारित समयसीमा के भीतर गिरफ्तार करने में असफल रही है। इतना ही नहीं क्राइम ब्रांच मौलाना साद को तलाश नहीं सकी, जबकि साद ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर साक्षात्कार भी दिया। याचिका में कहा गया कि यह संभव नहीं है कि साद खुद को इतने लंबे समय तक देश की राजधानी में छिपा सके।
लूट की वारदात को दे रहे थे अंजाम, तीन धरे
वहीं राजौरी गार्डन व आसपास के इलाके में लूट के कई वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वे क्षेत्र में लूट की कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं। राजौरी गार्डन थाना पुलिस को 10 मई को हुए लूट के इस मामले में तीनों की तलाश थी। इस मामले में पीड़ित को चाकू से वार कर घायल कर दिया गया था। राजौरी गार्डन थाना की टीम जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि घायल को अस्पताल भेज दिया गया है। अस्पताल में घायल शख्स ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि हमलावरों की संख्या तीन थी, उन्होंने 1500 रूपए व मोबाइल लूटे। राजौरी गार्डन सबडिविजन के एसीपी राम सिंह व एसएचओ अनिल कुमार की देखरेख में गठित टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरु किए ताकि आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस ने सूत्रों से भी मामले के बारे में पता करना शुरु किया। जानकारी मिलने पर पुलिस ने तीनों आरोपितों की पहचान कर उन्हें दबोच लिया।