दिल्ली में कोरोना से जान गंवाने वाली निगम टीचर के परिजनों को मिलेंगे एक करोड़ रुपये
सीएम केजरीवाल ने शिक्षिका की मौत पर दुख जताए हुए मंगलवार को कहा कि उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस से जान गंवाने वाली नगर निगम की शिक्षिका के परिजनों को एक करोड़ आर्थिक मदद लेने का एलान किया है। सीएम केजरीवाल ने शिक्षिका की मौत पर दुख जताए हुए मंगलवार को कहा कि उनके परिवार को 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षिका की ड्यूटी गरीबों की सेवा के लिए लगी थी। वह गरीबों को सरकार की तरफ से दिया जाना वाला भोजन बांट रही थीं। उनका निधन 4 मई को हो गया।
दरअसल, दिल्ली सरकार की मौजूदा नीति के तहत वायरस से मरने वाले कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ रुपए दिया जाता है। इसी के तहत सीएम ने आर्थिक मदद देने का एलान किया।
बता दें कि निगम शिक्षिका ने 10, 17 और 18 अप्रैल को जरूरतमंदों को भोजन बांटी थीं। लेकिन, वह 24 अप्रैल को ड्यूटी पर नहीं आ सकी थीं। पहले वह रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में भर्ती हुई थी और फिर आरएमएल अस्पताल में उन्हें भर्ती करवाया गया था। जहां पर चार मई को उनका निधन हो गया।
कोरोना योद्धाओं की जांच के लिए अलग केंद्र बनाएं
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश ने दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से कोरोना योद्धाओं की अलग से जांच की व्यवस्था करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि निगम के कर्मचारी हो या दिल्ली सरकार के कर्मचारी हो इनके लिए एक अलग केंद्र पर जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि कर्मचारियों को परेशान न होना पड़े। ऐसी घटनाएं सामने आ रही है जहां कोरोना योद्धाओं को ही कोरोना की जांच के लिए भटकना पड़ रहा हैं और धक्के खाने पड़ रहे हैं।
निगम के कोरोना वॉरियर्स जैसे की शिक्षक, सफाई कर्मचारी, डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स व स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना की रोकथाम में लगे हुए हैं। इन्हें भी संक्रमण होने का उतना ही खतरा है जितना अन्य कर्मचारियों को। उन्होंने कहा कि निगम के कोरोना योद्धाओं के लिए अलग से जांच केंद्र होना चाहिए जहां वे संक्रमण का संदेह होने पर अपनी जांच करवा सके।