होटल, जिम व वीकली मार्केट खोलने के लिए केजरीवाल सरकार ने LG को फिर से भेजा प्रस्ताव
दिल्ली में होटल जिम और साप्ताहिक बाजार खोलने के लिए केजरीवाल सरकार ने एक बार फिर से उपराज्यपाल अनिल बैजल को प्रस्ताव भेजा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने राजधानी में होटल, जिम और साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति देने के लिए उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल को दोबारा प्रस्ताव भेजा है। इस प्रस्ताव में राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने लिखा है कि कोरोना संक्रमण के मामले में दिल्ली में हालात सुधर गए हैं। इसलिए केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के मुताबिक दिल्ली सरकार को फैसला लेने का हक है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में अचानक वृद्धि के बाद भी उत्तर प्रदेश, कर्नाटक आदि राज्यों में होटल और साप्ताहिक बाजार खुल रहे हैं तो दिल्ली के लोगों को रोजगार से क्यों रोका जा रहा है? प्रतिबंध हट जाएगा तो चार माह से परेशान लोग कारोबार शुरू कर सकेंगे। एलजी भी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले में हालात सुधरने से भलीभांति वाकिफ हैं।
दिल्ली अब आर्थिक सुधार का भी दिखाएगी रास्ता
कैलाश गहलोत ने लिखा है कि दिल्ली के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और रोजगार में यहां के होटल आठ प्रतिशत का योगदान करते हैं। साप्ताहिक बाजार पांच लाख गरीब परिवारों को रोजगार देते हैं। कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के बाद अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना दिल्ली सरकार के लिए एक चुनौती है। पूरी दिल्ली अब आर्थिक सुधार के लिए काम करना चाहती है। दिल्ली को रोका नहीं जाना चाहिए। दिल्ली ने देश को कोरोना से निपटने का रास्ता दिखाया है। अब आर्थिक सुधार का रास्ता भी दिखाएगी।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने केंद्र की गाइडलाइन के तहत एक अगस्त को साप्ताहिक बाजार और होटल भी खोलने की अनुमति दे दी थी। हालांकि, अगले ही दिन उपराज्यपाल ने सरकार के फैसले को पलट दिया था। इसे लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच रार बढ़ चुकी है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मांग कर चुके हैं कि वह उपराज्यपाल को अपना फैसला वापस लेने के लिए कहें।
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली का आठ फीसद कारोबार व रोजगार होटल न खुलने की वजह से ठप पड़ा है। साप्ताहिक बाजार बंद रहने से 5 लाख परिवार चार महीने से घर पर बैठे हैं। साप्ताहिक बाजार बंद रखना दिल्ली की अर्थव्यवस्था के साथ और लाखों लोगों की आशा के साथ अन्याय है।