दिल्ली सरकार के समारोह से अधिकारियों ने बनाई दूरी, सीएम ने प्रमुख सचिव को किया फोन
राजघाट में बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि देने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धाजलि देने के लिए पहुंचे थे।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सोमवार को विजय घाट में आयोजित समारोह से दिल्ली सरकार के तकरीबन सभी अधिकारी नदारद रहे, जबकि इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिस्सा लिया था। इसका आयोजन दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग ने किया था। राजघाट में बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि देने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धाजलि देने के लिए पहुंचे थे।
अधिकारियों के इस रवैये को देख समारोह के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रमुख सचिव एमएम कुट्टी को समन जारी किया है। इसमें उन्होंने अन्य अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर भी जवाब मांगा है। कुट्टी को किए गए फोन कॉल और संदेश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के ढाई वर्ष के कार्यकाल में सरकार और नौकरशाहों के बीच संबंध हमेशा ही खराब रहे हैं। नौकरशाह आरोप लगाते है कि सरकार दबाव की राजनीति करती है। दिल्ली सरकार में प्रशासन की संरचना ऐसी है कि उपराज्यपाल सर्वोच्च अथॉरिटी है, जबकि सरकार पर आरोप है कि कई फैसले बगैर उपराज्यपाल को बताए लिए गए है। इसके चलते आए दिन उपराज्यपाल और सरकार के बीच टकराव चलता रहता है।
एक ऐसा भी मौका आया था वर्ष 2015 में जब दो दानिक्स कैडर (दिल्ली, अंडमान एव निकोबार द्वीप समूह सिविल सर्विसेज) के अधिकारियों को निलंबित किया गया था तब सरकार के फैसले के खिलाफ बड़े पैमाने पर अधिकारी अवकाश पर चले गए थे।
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