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VIDEO: फैशन डिजाइनर ने आइसक्रीम खाते तीन लोगों को कार से रौंदा, फरीदाबाद से गिरफ्तार

बीएमडब्ल्यू कार चला रही युवती ने तीन लोगों को टक्कर मार दी। इसके बाद वह भाग गई। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से उसे फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 10:26 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 10:29 PM (IST)
VIDEO: फैशन डिजाइनर ने आइसक्रीम खाते तीन लोगों को कार से रौंदा, फरीदाबाद से गिरफ्तार
VIDEO: फैशन डिजाइनर ने आइसक्रीम खाते तीन लोगों को कार से रौंदा, फरीदाबाद से गिरफ्तार

नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। अमर काॅलोनी थाना क्षेत्र में बीएमडब्ल्यू कार चला रही युवती ने तीन लोगों को टक्कर मार दी। घटना की जानकारी शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे पुलिस को मिली थी। पुलिस ने आरोपित चालक फरीदाबाद निवासी रोशनी आरोड़ा (29) के खिलाफ मालमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई।

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फैशन डिजाइनर है रोशनी

रोशनी पेशे से फैशन डिजाइनर है। हादसे में स्थानीय निवासी मुकेश, सपना कुमारी, हर्षित कौर व आइसक्रीम विक्रेता गुड्डू घायल हुए हैं। दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि सभी को अस्तपाल में भर्ती कराया गया है।

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे मेें पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई है। फुटेज में दिख रहा है कि कार से टक्कर मारने के बाद युवती आइसक्रीम के ठेले व पीड़ितों को काफी दूर तक घसीट ले गई। दरअसल, घटना के समय कुछ लोग सपना सिनेमा मदर डेयरी के पास खड़े थे। ये लोग वहां आइसक्रीम लेने आए थे। इसी वक्त बीएमडब्ल्यू चालक महिला ने कार चला दी और आइस्क्रीम विक्रेता समेत चार लोगों को कुचल दिया। इसके बाद वह मौके से भाग गई। बाद में सीसीटीवी फुटेज व कार नंबर के आधार पर युवती को फरीदाबाद स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया।

केस दर्ज किया

रीयल एस्टेट ग्रुप गौर संस के अध्यक्ष बीएल गौर के पुत्र राहुल गौर के खिलाफ सीबीआइ ने कथित धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। उन पर बैंक ऑफ बड़ौदा और सिंडीकेट बैंक को 80 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। उन्होंने यह रकम अपनी कंपनी ब्रिस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आवासीय परिसर के निर्माण के नाम पर कर्ज के रूप में ली थी। बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बैंकों ने 80 करोड़ रुपये जारी कर दिए थे, लेकिन प्रोजेक्ट अपने शुरुआती चरण में ही लड़खड़ा गया। खरीददारों द्वारा जमा की गई शुरुआती रकम को एस्क्रो अकाउंट में क्रेडिट किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।


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