ओएसडी लोकेश शर्मा के जवाब से संतुष्ट नहीं है क्राइम ब्रांच, हो सकती है सख्त कार्रवाई
क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि लोकेश शर्मा लगातार झूठ बोले रहे हैं। गत दिनों दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें जांच में क्राइम ब्रांच को सहयोग करने को कहा था लेकिन उन्होंने कोई सहयोग नहीं किया। उन्हें आगे फिर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा से क्राइम ब्रांच ने शनिवार को रोहिणी स्थित अपने कार्यालय में बुलाकर करीब दो घंटे तक गहन पूछताछ की। उनसे 25 से ज्यादा सवाल पूछे गए। किसी भी सवाल का उन्होंने संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। बीते दिसंबर माह में उनसे पहली बार पूछताछ की गई थी। अब दूसरी बार उनसे पूछताछ की गई है। पूछताछ संबंधी तथ्यों को गोपनीय रखा जा रहा है।
लगातार झूठ बोलने का आरोप
क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि लोकेश शर्मा लगातार झूठ बोले रहे हैं। गत दिनों दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें जांच में क्राइम ब्रांच को सहयोग करने को कहा था लेकिन उन्होंने कोई सहयोग नहीं किया। उन्हें आगे फिर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पिछली बार लोकेश शर्मा को अपना मोबाइल फोन लेकर आने को कहा गया था। वे फोन लेकर आए लेकिन जांच में कोई सुबूत नहीं मिला।
कहां से मिली वायरल क्लिप
आडियो क्लिप के सोर्स के बारे में पूछने पर लोकेश शर्मा ने फिर पुरानी बातें दोहराते हुए कहा कि उन्हें मीडिया के जरिए ही वायरल आडियो क्लिप मिली थी। इसपर जांच अधिकारी ने कहा कि मीडिया के पास तो इस तरह की कोई आडियो क्लिप नहीं थी। उसके बाद उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
एसीपी स्तर के अधिकारी ने की पूछताछ
पुलिस के मुताबिक लोकेश सुबह करीब 11 बजे अपने वकील के साथ रोहिणी स्थित क्राइम ब्रांच के आफिस पहुंचे थे। एसीपी स्तर के अधिकारी ने उनसे पूछताछ की। इस दौरान उनसे केस से जुड़े कुछ दस्तावेज भी लिए गए। क्राइम ब्रांच ने फोन टैपिंग मामले में लोकेश शर्मा के खिलाफ मार्च 2021 में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने ओएसडी की गिरफ्तारी पर आगामी 14 जुलाई तक रोक लगा दी है।
क्या है फोन टैपिंग का विवाद
राजस्थान का फोन टैपिंग विवाद जुलाई 2020 का है जब सचिन पायलट और गहलोत गुट के बीच विवाद के समय गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच कथित फोन पर हुई बातचीत का आडियो क्लिप सामने आया था। आडियो लीक होने पर केंद्रीय मंत्री ने तत्कालीन दिल्ली पुलिस आयुक्त को ईमेल के जरिए शिकायत की थी। शिकायत में लोकेश शर्मा पर उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए थे। माना जा रहा है कि गिरफ्तारी से रोक हटने के बाद क्राइम ब्रांच लोकेश शर्मा के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकती है।