70 लाख के गहने और नकदी चोरी कर रसोइया अंडमान निकोबार में कर रहा था मौज, गिरफ्तार
इससे पहले भी वह ग्रेटर कैलाश में दो व लाजपत नगर में एक वारदात को अंजाम दे चुका है। वह 22 महीने तिहाड़ जेल में रहने के बाद बाहर आया था।
नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। ग्रेटर कैलाश में रहने वाले रियल एस्टेट कारोबारी के घर से करीब 70 लाख के आभूषण और नकदी चोरी करने वाले युवक को दिल्ली क्राइम ब्रांच की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अंडमान निकोबार से गिरफ्तार कर लिया है। वारदात से चार दिन पहले ही आरोपित कारोबारी के यहां नौकरी करने आया था।
डीसीपी डॉ. राम गोपाल नायक के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम राजू दास उर्फ पुनिया दास (28) है। वह मूलरूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। इससे पहले भी वह ग्रेटर कैलाश में दो व लाजपत नगर में एक वारदात को अंजाम दे चुका है। ग्रेटर कैलाश के पुराने मामलों में उसे सजा भी मिल चुकी है। वह 22 महीने तिहाड़ जेल में रहने के बाद बाहर आया था। चौथी वारदात भी उसने ग्रेटर कैलाश में रियल एस्टेट कारोबारी के घर में की। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए अंडमान निकोबार भाग गया था।
चोरी की ये वारदात ग्रेटर कैलाश पार्ट-1, ई ब्लॉक में रहने वाले रियल एस्टेट कारोबारी केके आहूजा के घर में हुई थी। अप्रैल में उन्होंने अपने एक पुराने चालक के कहने पर राजू को बतौर रसोइया उसे नौकरी पर रख लिया था। उसका पुलिस सत्यापन नहीं कराया गया था। 21 अप्रैल को रात नौ बजे केके आहूजा, पत्नी व बच्चों के साथ होटल में खाना खाने गए थे।
देर रात 11.35 बजे जब वापस लौटे तो देखा कि कमरे का ताला टूटा हुआ है आर आलमारी में रखे करीब 70 लाख के आभूषण व नकदी गायब है। उन्होंने राजू को कई बार फोन किया, लेकिन उसका नंबर बंद मिला। देर रात ही उन्होंने ग्रेटर कैलाश थाने में राजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने केस को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर राजू पर 20 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। क्राइम ब्रांच ने कई महीने तक छानबीन के बाद सोमवार को राजू को अंडमान निकोबार से दबोच लिय। वह वहां किसी व्यवसायी के घर पर घरेलू सहायक के तौर पर काम कर रहा था।